logo-image

चलती ट्रेन में सिर और पांव की मालिश का प्रस्ताव हुआ खारिज, जानें क्या है वजह

डब्ल्यूआर के मुख्य प्रवक्ता रविंदर भाकर ने कहा कि सिर और पांव मालिश सेवा की शुरुआत रतलाम खंड द्वारा की गई है

Updated on: 15 Jun 2019, 09:07 PM

highlights

  • ट्रेन में अब नहीं मिलेगी मसाज की सुविधा
  • पश्चिमी रेलवे ने प्रस्ताव को किया रद्द
  • 100 रुपये में मिलने वाली थी सुविधा

नई दिल्ली:

विभिन्न हलकों से आलोचना के बाद पश्चिमी रेलवे (डब्ल्यूआर) ने शनिवार को इंदौर से चलनेवाली ट्रेनों में सिर और पांव मालिश की सुविधा मुहैया कराने का अपना विचित्र प्रस्ताव रद्द कर दिया है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. डब्ल्यूआर के मुख्य प्रवक्ता रविंदर भाकर ने कहा कि सिर और पांव मालिश सेवा की शुरुआत रतलाम खंड द्वारा की गई है. 

यह भी पढ़ें - हिरासत से बचने के लिए आरोपी ने अदालत की छत से कूदा, लेकिन...

भाकर ने कहा, "जैसे ही इस सेवा की जानकारी उच्च अधिकारियों को मिली, यह फैसला किया गया है कि रेलगाड़ियों में मालिश सेवा के इस प्रस्ताव को वापस ले लिया जाए. यात्री सुविधाओं में सुधार के लिए कई अन्य प्रस्ताव दिए गए हैं, जिन पर अब डब्ल्यूआर मालिश सेवा के बदले क्या किया जाए, इस पर विचार कर रहा है.

रेलवे की मसाज की यह सुविधा फिलहाल इंदौर से चलने वाली 39 ट्रेनों में उपलब्ध कराई जाने वाली थी. इन ट्रेनों में देहरादून-इंदौर एक्स. (14317), नई दिल्ली-इंदौर इंटरसिटी एक्स. (12416) और इंदौर-अमृतसर एक्स.(19325) के अलावा बाकी 36 ट्रेनें शामिल थीं. मसाज सेवा पश्चिम रेलवे के रतलाम डिवीजन ने प्रस्तावित किया था. इससे रेलवे की सालाना 20 लाख रुपयों की आमदनी बढ़ने संभावना थी. जो टिकट आदि से बिक्री के बाद अनुमानित रूप से 90 लाख तक पहुंचनी थी.

यह भी पढ़ें - स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन का डॉक्टरों पर हमला करने वालों पर बड़ा बयान, ऐसे लोगों पर हो कार्रवाई

रेलवे बोर्ड के मीडिया एवं संचार निदेशक राजेश बाजपेयी ने कहा कि पहली बार इस तरह की पहल हो रही है. उन्होंने बताया कि मसाज सेवा 10-15 दिनों में शुरू होने वाली थी. यह सुविधा सुबह छह बजे से रात 10 बजे तक उपलब्ध होती. सिर एवं पैर के मसाज के लिए 100 रुपयों का शुल्क देना होता, लेकिन पश्चिम रेलवे ने इस सुविधा के प्रस्ताव को रद्द कर दिया है.