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समलैंगिक हैं राहुल गांधी हमने भी सुना है : हिंदू महासभा का सावरकर मसले पर करारा जवाब

कांग्रेस की मानसिकता पर सवालिया निशान खड़ा करते हुए हिंदू महासभा ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को समलैंगिक करार दिया है.

Updated on: 03 Jan 2020, 01:59 PM

highlights

  • मध्य प्रदेश कांग्रेस सेवा दल की ओर से बांटी गई बुकलेट का विवाद बढ़ा.
  • अब हिंदू महासभा ने कांग्रेस को करारा जवाब देते हुए राहुल गांधी को घसीटा.
  • 'फ्रीडम एट मिडनाइट' के हवाले से कहा गया कि गोडसे और सावरकर 'समलैंगिक' संबंध थे.

नई दिल्ली:

मध्य प्रदेश कांग्रेस सेवादल की ओर से नाथूराम गोडसे और वीर सावरकर के बीच समलैंगिक संबंधों को जाहिर करती बुकलेट जारी करने के बाद सावरकर के चारित्रिक हनन का विवाद और तूल पकड़ गया है. शिवसेना और बीजेपी के बाद अब अखिल भारतीय हिंदू महासभा भी इसमें कूद पड़ी है. कांग्रेस की मानसिकता पर सवालिया निशान खड़ा करते हुए हिंदू महासभा ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को समलैंगिक करार दिया है. गौरतलब है कि 'फ्रीडम एट मिडनाइट' शीर्षक से बांटी गई किताब में सावरकर और गोडसे पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है.

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हिंदू महासभा का कांग्रेस पर करारा हमला
शुक्रवार को अखिल भारतीय हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने कांग्रेस सेवा दल की ओर से बांटी गई बुकलेट पर तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने गोडसे और सावरकर के बीच समलैंगिक संबंधों को आधारहीन और कोरी बकवास बताते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को ही लपेटे में ले लिया. उन्होंने कहा, हिंदू महासभा के पूर्व अध्यक्ष सावरकर पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं. हालांकि इसी तर्ज पर हम भी सुनते आए हैं कि राहुल गांधी भी समलैंगिक हैं.

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कांग्रेस सेवा दल ने बांटी थी बुकलेट
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस सेवादल ने गुरुवार से शुरू हुए शिविर में एक बुकलेट वितरित की थी, जिसमें नाथूराम गोडसे और सावरकर के विवादित संबंधों का जिक्र है. 'वीर सावरकर कितने वीर' शीर्षक से बांटी गई बुकलेट में नाथूराम गोडसे और सावरकर के संबंधों को लेकर विवादित बातों का जिक्र किया गया है. इसमें लॉरी कॉलिंस और डॉमिनोक्यू लापियर द्वारा लिखित किताब 'फ्रीडम एट मिडनाइट' के हवाले से कहा गया है कि गोडसे और सावरकर के बीच 'समलैंगिक' संबंध थे.