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उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा, भारत माता की तस्वीरें लेकर कोई देशभक्त नहीं हो जाता

नायडू ने कहा, 'यह भारत की विशेषता है। अलग-अलग जाति, संप्रदाय, लिंग, धर्म और क्षेत्र के बावजूद भारत एक है। यही देशभक्ति है।'

Updated on: 28 Sep 2018, 06:34 PM

नई दिल्ली:

उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि यदि कोई धर्म, क्षेत्र या भाषा के आधार पर भेदभाव करता है, तो केवल 'भारतमाता' की तस्वीरें लेकर वह देशभक्त नहीं बन सकता है। उन्होंने कहा, 'देशभक्ति का मतलब केवल यह नहीं है कि भारतमाता की केवल तस्वीर ले लें और दूसरों व जरूरतमंदों के साथ दुर्व्यवहार करें। आपको हर किसी के साथ प्यार-स्नेह के साथ व्यवहार करना होगा, तभी आप देशभक्त कहलाएंगे।'

नायडू ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में एक समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, 'अगर आप धर्म, क्षेत्र या भाषा के आधार पर लोगों से भेदभाव करते हैं तो आप राष्ट्रवादी नहीं हैं।'

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नायडू ने कहा, 'यह भारत की विशेषता है। अलग-अलग जाति, संप्रदाय, लिंग, धर्म और क्षेत्र के बावजूद भारत एक है। एक राष्ट्र, एक लोग, एक देश.. यह सोच आप सभी की होना चाहिए। यही देशभक्ति है।'