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चीफ जस्टिस जगदीश खेहर ने कहा, सुप्रीम कोर्ट में जजों के खाली पड़े पद से कामकाज पर असर पड़ता है

चीफ जस्टिस जगदीश खेहर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में जजों के खाली पड़े पद कोर्ट की क्षमता को प्रभावित कर रहे हैं। इससे पहले जस्टिस टीएस ठाकुर ने भी जजों की नियुक्ति को लेकर केंद्र सरकार पर सवाल उठाए थे।

Updated on: 11 Jan 2017, 04:18 PM

highlights

  • चीफ जस्टिस ने कहा, SC में जजों के खाली पड़े पद कोर्ट की क्षमता को प्रभावित कर रहे हैं
  • पूर्व चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर ने भी कई बार नियुक्ति पर केंद्र के रूख की आलोचना की थी

नई दिल्ली:

सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में जजों की नियुक्ति को लेकर केंद्र और कोर्ट में तकरार जारी है। इस बीच नवनियुक्त चीफ जस्टिस जगदीश खेहर ने कहा कि इससे कोर्ट की क्षमता प्रभावित हो रहे हैं। चीफ जस्टिस ने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट में जजों के खाली पड़े पद कोर्ट की क्षमता को प्रभावित कर रहे हैं।'

इससे पहले पूर्व चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर ने भी अपने कार्यकाल के दौरान कई दफा जजों की नियुक्ति पर केंद्र के रूख की आलोचना की थी। उन्होंने एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में जजों की बहाली की अपील की थी। इस दौरान वह भावुक हो गये थे।

जस्टिस ठाकुर ने कहा था, 'देश के हाईकोर्टों में 500 से ज्यादा जजों के पद खाली हैं, कोर्ट खाली हैं और उनके लिए जज नहीं हैं।' मुख्य न्यायाधीश रहे ठाकुर ने कहा था कि जजों की कमी होने के चलते ट्रिब्यूनल्स का काम भी प्रभावित हो रहा है और मामले 5 से 7 साल तक के लिए लंबित हो रहे हैं।

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