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CAA पर इमरान खान की भाषा बोल रहे राहुल गांधी दलित विरोधी हैं, कर्नाटक में बोले अमित शाह

कर्नाटक के हुबली में अमित शाह ने कहा कि मैं नागरिकता संशोधन अधिनियम का विरोध करने वालों से पूछना चाहता हूं कि आप पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए दलितों के खिलाफ जाकर क्या हासिल करेंगे?

Updated on: 18 Jan 2020, 08:16 PM

कर्नाटक:

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कर्नाटक में CAA के समर्थन में रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जो लोग CAA का विरोध कर रहे हैं, वो दलित विरोधी हैं. कर्नाटक के हुबली में अमित शाह ने कहा कि मैं नागरिकता संशोधन अधिनियम का विरोध करने वालों से पूछना चाहता हूं कि आप पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए दलितों के खिलाफ जाकर क्या हासिल करेंगे? जो लोग सीएए का विरोध कर रहे हैं वे दलित विरोधी हैं.

कार्यक्रम में अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी के दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने 70 सालों से लंबित समस्याओं का समाधान किया. नागरिकता संशोधन बिल संसद में पास किया गया है. यह बिल धार्मिक रूप से प्रताड़ित अल्पसंख्यक को नागरिकता प्रदान करेगा. जो लोग शरणार्थी के रूप में भारत आए हैं. जिसमें सिक्ख, हिंदू, जैन, बौद्ध, पारसी और क्रिसमस शामिल हैं. 1950 में जवाहरलाल नेहरू ने लियाकत अली खान के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किया था, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के अल्पसंख्यकों की रक्षा करना और उनकी मुख्यधारा सुनिश्चित करना था.

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आज 70 साल बाद भारत ने अपना वादा निभाया. पाकिस्तान (ईस्ट और वेस्ट) में 30 फीसदी हिंदू थे. आज पाकिस्तान में 3 फीसदी हिंदू हैं, वहीं बांग्लादेश में 7 फीसदी हिंदू हैं. उन्होंने कहा कि मैं प्रदर्शनकारियों से पूछना चाहता हूं कि ये अल्पसंख्यक कहां गए? क्या उनमें से कोई जवाब दे सकता है? पीएम मोदी ने उन्हें बचाने और उन्हें उनके बुनियादी मानवाधिकार देने के लिए यह कानून लाया है. विपक्ष क्यों परेशान कर रहा है? उन्हें केवल अपनी वोट-बैंक की राजनीति करनी है. राहुल गांधी, ये सभी नेता कांग्रेस से हैं. आपने अपने पूर्वजों के इन वादों को पूरा नहीं किया. इसे आज पीएम मोदी पूरा कर रहे हैं.

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यहां तक ​​कि राष्ट्र के पिता, महात्मा गांधी ने 26 सितंबर, 1947 को कहा था कि पूर्वी और पश्चिमी पाकिस्तान में रहने वाले हिंदुओं और सिखों को भारत वापस आने के सभी अधिकार हैं. यदि वे वहां रहना नहीं चाहते हैं और यदि उनके साथ समान व्यवहार नहीं किया जाता है. इन शरणार्थियों में से 70 फीसदी दलित हैं. मैं उन प्रदर्शनकारियों से पूछना चाहता हूं जो सीएए के खिलाफ हैं. इन दलितों के खिलाफ प्रदर्शन करने से आपको क्या फायदा होगा? मैं मानव अधिकारों के चैंपियन के रूप में भी कॉल करना चाहता हूं. उन्हें शरणार्थी शिविरों का दौरा करने और इन लोगों को देखने की ज़रूरत है जिनके पास पिछले 70 वर्षों से पानी, नालियां या बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं.जब पाकिस्तान हमला करता हैं, तो ये राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी सबूत चाहते हैं. राहुल गांधी और इमरान खान दोनों ने सबूत मांगे.

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राहुल गांधी और इमरान खान दोनों ने कहा कि अनुच्छेद 370 को निरस्त नहीं किया जाना चाहिए. दोनों का कहना है कि सीएए को लागू नहीं किया जाना चाहिए. मैं इमरान खान और कांग्रेस के नेताओं के बीच के रिश्ते को नहीं समझ सकता. कुछ साल पहले, जेएनयू में भारत विरोधी नारे लगाए गए थे. क्या हमें इन भारतीय विरोधी लोगों को सजा नहीं देनी चाहिए? राहुल गांधी का कहना है कि उन्हें अपनी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है. जो भी भारतीय विरोधी नारे लगाता है, उसका स्थान सलाखों के पीछे होता है. हम जन जागरण अभियान के तहत 3 करोड़ से अधिक लोगों से संपर्क करने जा रहे हैं. 250 से अधिक रैलियों का आयोजन होने जा रहा है. हम प्रेस कॉन्फ्रेंस और इस तरह के अन्य उपायों के माध्यम से देश के सामने सच्चाई लाएंगे.