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ट्रंप के दीदार-ए-ताजमहल में आड़े आईं दो बड़ी अड़चनें, योगी सरकार की त्योरियां चढ़ीं

स्थानीय अधिकारियों के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की कार 'द बीस्ट' (The Beast) चिंता का सबब बनी हुई है, जो खेरिया एयरपोर्ट (Kheria Airport) पहुंच चुकी है.

Updated on: 23 Feb 2020, 12:42 PM

highlights

  • अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की कार 'द बीस्ट' आगरा प्रशासन की चिंता का सबब.
  • ताजमहल परिसर में सिर्फ ई वाहन के प्रवेश की सुप्रीम कोर्ट की व्यवस्था.
  • कार को पार करना होगा रेलवे ब्रिज, जो सिर्फ हल्के वाहनों के लिए है.

नई दिल्ली:

अमेरिकी राष्ट्रपति (American President) डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) और उनकी पत्नी मिलेनिया (melania) के आगमन से पहले जिला प्रशासन आगरा (Agra) की कायाकल्प करने में दिन-रात जुटा हुआ है. हालांकि स्थानीय अधिकारियों के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की कार 'द बीस्ट' (The Beast) चिंता का सबब बनी हुई है, जो खेरिया एयरपोर्ट (Kheria Airport) पहुंच चुकी है. इसी कार से ट्रंप दंपति ताजमहल (Tajmahal) के दीदार करने जाएंगे. गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले डोनाल्ड ट्रंप दो दिवसीय दौरे पर भारत आ रहे हैं. इस दौरान उनका दिल्ली, अहमदाबाद और आगरा जाने का कार्यक्रम है.

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ताजमहल परिसर में ई वाहन नियम
स्थानीय अधिकारियों की चिंता के दो कारण हैं. पहली तो कार खुद है. सुरक्षा कारणों से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और मिलेनिया इसी पर सवार होकर ताजमहल जाएंगे. हालांकि यहां पर आड़े आ रहा है सुप्रीम कोर्ट का 1998 का आदेश, जिसके तहत इलेक्ट्रॉनिक वाहनों को छोड़कर कोई अन्य ईंधन चलित वाहन ताजमहल के परिसर में नहीं जा सकता है. 'द बीस्ट' के साथ एक दर्जन कारों का कारवां होगा. हालांकि अन्य कारों की अपेक्षा 'द बीस्ट' का वजन ही 6.4 टन के आसपास है औऱ यह दूसरी समस्या है. इस काफिले को एयरपोर्ट से लगभग एक किमी पहले पड़ने वाले रेलवे ब्रिज से गुजरना होगा, जिस पर सिर्फ हल्के वाहनों को गुजरने की ही अनुमति है. ट्रंप दंपति 24 फरवरी को दीदार-ए-ताजमहल करने आगरा पहुंच रहे हैं.

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विकल्प बतौर बैटरी चलित बस तैयार
आगरा के अधिकारी ट्रंप के अधिकृत वाहनों को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं. हालांकि आगरा क्षेत्र के सुप्रीटेंडिंग आर्कियोलॉजिस्ट वसंत सावरकर स्पष्ट कर चुके हैं कि हर हाल में सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों का पालन किया जाएगा. यह अलग बात है कि वह इस मसले से यह कहकर खुद को अलग कर लेते हैं कि वीवीआईपी मेहमानों को लेकर आने वाले वाहनों का जिम्मा आगरा प्रशासन का होता है. बताते हैं कि ऐसी किसी समस्या के खड़ा होने पर बतौर विकल्प आगरा डेवलपमेंट अथॉरिटी ने सुख-सुविधाजनक बैटरी चलित बस को तैयार कर लिया है. फिलहाल इसके इस्तेमाल को लेकर कोई स्पष्ट निर्देश जिला प्रशासन को नहीं मिले हैं. फिर भी उम्मीद जताई जा रही है कि समय रहते ही इन मसलों को सुलझा लिया जाएगा.