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कोलकाता में आज बंगाल की 'दीदी' का शक्ति प्रदर्शन, शहीद दिवस पर करेंगी रैली

जहां भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल में घुसकर ममता के वोट बैंक में सेंध लगाने का मौका तलाश रही है वहीं ‘बीजेपी मुक्त भारत’ का सपना लिए बंगाल की दीदी भी कोलकाता से दिल्ली तक का रास्ता नापने में जुट गई हैं।

Updated on: 21 Jul 2018, 07:58 AM

नई दिल्ली:

जहां भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल में घुसकर ममता के वोट बैंक में सेंध लगाने का मौका तलाश रही है वहीं ‘बीजेपी मुक्त भारत’ का सपना लिए बंगाल की दीदी भी कोलकाता से दिल्ली तक का रास्ता नापने में जुट गई हैं।

पीएम मोदी की ओर से 16 जुलाई को मिदनापुर में आयोजित की गई रैली के जवाब में आज (शनिवार) 21 जुलाई को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता में रैली करेंगी और 2019 के आम चुनावों का बिगुल फूकेंगी।

बता दें कि पिछले 25 सालों से हर साल 21 जुलाई को तृणमूल कांग्रेस विराट शहीद दिवस सभा का आयोजित करती है। लेकिन इस साल तृणमूल कांग्रेस अपनी रैली के दौरान भीड़ जुटाने के सभी रिकार्ड तोड़ने की तैयारी में है।

पार्टी सूत्रों के अनुसार मिदनापुर में पीएम की रैली से नाखुश मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्टी के नेताओं से इस बार की रैली में रिकार्ड भीड़ जुटाने का निर्देश दिया है।

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इस रैली के साथ ही तृणमूल कांग्रेस 2019 के लोकसभा चुनाव का आगाज करेगी, लिहाजा सीएम ममता बनर्जी ने इस साल शहीद दिवस को संकल्प दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया है।

गौरतलब है कि पिछले साल इसी मंच से ममता ने  'मोदी हटाओ देश बचाओ' का नारा दिया था। हालांकि 2019 में कई मौकों पर तृणमूल नेताओं ने बीजेपी फिनिश का नारा पहले ही दिया है।

बता दें कि 1993 में वाम मोर्चा की सरकार की फायरिंग में मारे गए 13 कार्यकर्ताओं की याद में टीएमसी हर साल 21 जुलाई को शहीद दिवस मनाती है।

कोलकाता पुलिस ने बताया कि ममता की रैली को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इस रैली के दौरान करीब 6000 पुलिस वाले सुरक्षा में मौजूद रहेंगे।

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