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देवबंद में पकड़े गए दोनों आतंकियों से पूछताछ में यूपी ATS को मिले कई बड़े सुराग, कुभ मेले की भी की गई थी रेकी

हाल ही में यूपी पुलिस के आतंक रोधी दस्ते (एटीएस) ने सहारनपुर के देवबंद से दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है.

Updated on: 25 Feb 2019, 12:00 AM

नई दिल्ली:

जम्मू कश्मीर (jammu kasmir) के पुलवामा में आतंकी हमले (Pulwama terrorist attack) में सीआरपीएफ (CRPF) के 40 जवानों के शहीद होने के बाद देश की सभी सुरक्षा एजेंसियां चौकन्नी हैं. हाल ही में यूपी पुलिस के आतंक रोधी दस्ते (एटीएस) ने सहारनपुर के देवबंद से दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है. बताया गया पाकिस्तान में बैठे जैश के आकाओं द्वारा वेस्ट यूपी के जिलों के युवाओं को आतंक की ट्रेनिंग दी जा रही है. जैश के आतंकियों की इंटरनेट कॉलिंग से वेस्ट यूपी के जिलों में क्लास चलती है. वहीं फर्जी आईडी पर सिम लेना और फिर अपना नेटवर्क फैलाना आतंकियों का प्लानिंग का हिस्सा है. देवबंद से पकड़े गए दोनों आतंकियों के मोबाइल फोन में पाकिस्तानी आतंकियों के मेसेज मिले हैं. पाकिस्तान सेना के अधिकारी और जैश कमांडर अबु बकर के संपर्क में थे आतंकी शाहनवाज और आकिब इनसे ही दोनो आतंकियों को कमांड मिलती थी.

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इन लोगों को लोकल लोगों को अपने संगठन में शामिल करने के लिए मोटा पैसा दिया जाता था. वहीं बताया गया कि बड़े हमले के लिए फिदायीन तैयार कर रहा था आतंकी शाहनवाज. जांच अधिकारी आतंकियों के मोबाइल से मिले डेटा का एनालिसिस कर रहे हैं.

डार्क नेट का इस्तेमाल कर रहे आतंकी थे

जानकारी के अनुसार आतंकी ग्रुप वीडियो कॉल के जरिए आतंक की क्लासेज चला रहे थे. इनके संपर्क में वेस्ट यूपी के कई युवा भी हैं. जांच में पता चला है कि इन आतंकियों का कई लोगों से पैसे का लेन देन हुआ है. ATS अब पैसे के स्रोत का पता लगा रही है. वहीं आतंकियों ने कुंभ मेले को निशाना बनाने के लिए मेले की रेकी भी की थी.

देवबंद में जैश के 2 आतंकियों से मिली कई अहम जानकारियां

वहीं देवबंद में पकड़े गए जैश के दौनों आतंकियों से डीजीपी ओपी सिंह ने 4 घंटे पूछताछ की है. डीजीपी कश्मीर श्री दिलबाग सिंह से बात कर समन्वय किया गया है. दोनों आरोपियों का मोबाइल विश्लेषण कर रहे हैं अधिकारी. जिससे महत्वपूर्ण सबूत मिल रहे हैं. जांच अधिकारियों को इस मॉड्यूल के अन्य सदस्यों के बारे में भी जानकारी मिली है. आतंकी BBM और virtual numbers के इस्तेमाल की बात भी सामने आई है. साथ ही एक ऐसी एप्प जो प्ले स्टोर पर नहीं है, उसे मेसेजिंग के लिए प्रयोग कर रहे थे. मेसेजिंग में हथियारों के मूवमेंट और बड़ी घटना करने की तैयारी की बातें मिलीं हैं.