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‘तान्हाजी’ की मॉर्फ की गयी क्लिप सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद बढ़ा विवाद

शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि उनकी पार्टी छत्रपति शिवाजी का इस तरह का अपमान सहन नहीं करेगी.

Updated on: 21 Jan 2020, 11:46 PM

नई दिल्ली:

हिंदी फिल्म ‘तान्हाजी- द अनसंग वॉरियर’ के एक हिस्से की मॉर्फ की गयी क्लिप में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को छत्रपति शिवाजी, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह को उनके विश्वस्त सहयोगी तान्हाजी तथा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को खलनायक के रूप में दिखाया गया है. इसको लेकर दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले विवाद खड़ा हो गया है. यह क्लिप ऐसे समय में सामने आई है जब कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छत्रपति शिवाजी से तुलना करने वाली एक किताब से महाराष्ट्र में बड़ा विवाद खड़ा हो गया. यह किताब भाजपा के एक नेता ने लिखी है. मॉर्फ यानी छेड़छाड़ और संपादित करके बनाये गये वीडियो को सबसे पहले ट्विटर हैंडल ‘पॉलिटिकल कीड़ा’ पर डाला गया जिसमें केजरीवाल को नकारात्मक पात्र उदयभान सिंह राठौड़ के रूप में दिखाया गया है.

क्लिप में छत्रपति शिवाजी, तान्हाजी और राठौड़ के चेहरों पर क्रमश: प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री शाह और मुख्यमंत्री केजरीवाल के चेहरे लगा दिये गये हैं. विवाद शुरू होने के बाद भाजपा ने वीडियो क्लिप से दूरी बनाते हुए कहा कि इसका उनकी पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है और भाजपा कभी मराठा शासक छत्रपति शिवाजी के साथ किसी की तुलना का समर्थन नहीं करेगी. महाराष्ट्र के गृह मंत्री और राकांपा नेता अनिल देशमुख ने वीडियो की निंदा की और कहा कि सरकार यूट्यूब के साथ इस मुद्दे को उठायेगी, वहीं शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि उनकी पार्टी छत्रपति शिवाजी का इस तरह का अपमान सहन नहीं करेगी. पिछले दिनों रिलीज हुई फिल्म तान्हाजी में शिवाजी, तान्हाजी मालसुरे और राठौड़ के किरदार क्रमश: शरद केलकर, अजय देवगन और सैफ अली खान ने निभाये हैं. देशमुख ने कहा, मैं राजनीतिक लाभ लेने के लिए इतना नीचे गिरने पर भाजपा की निंदा करता हूं. (राजनीतिक फायदे के लिए) शिवाजी महाराज, तान्हाजी का इस्तेमाल करना गलत है.

उन्होंने कहा कि हमें वीडियो क्लिप के बारे में शिकायतें मिली हैं और यूट्यूब के साथ इस मुद्दे को उठाया जाएगा. राउत ने पूछा कि जिन लोगों ने भाजपा नेता उदयनराजे भोसले को छत्रपति शिवाजी का वंशज साबित करने के लिए कही गयी मेरी टिप्पणी के खिलाफ विरोध किया, वे अब क्लिप को लेकर चुप क्यों हैं. राउत ने कहा कि उनकी पार्टी अपने देवता शिवाजी महाराज का अपमान सहन नहीं करेगी. हिंदुत्व नेता संभाजी भिडे और सतारा से पूर्व सांसद भोसले के समर्थकों का नाम लिये बगैर राउत ने कहा कि उन्होंने इन सभी लोगों को क्लिप भेज दी है और वह इस पर उनकी प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं. महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि उनकी पार्टी का क्लिप से कोई लेना-देना नहीं है और हम इसकी निंदा करते हैं.

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उन्होंने कहा कि पार्टी दिल्ली चुनाव प्रचार में इस क्लिप का इस्तेमाल नहीं कर रही है. उन्होंने छत्रपति शिवाजी के वंशजों से सबूत मांगने वाले शिवसेना नेता राउत पर भी परोक्ष निशाना साधा. महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहेब थोराट ने कहा कि अगर कोई छत्रपति शिवाजी महाराज के परिधान पहन ले तो वह महज अभिनेता होगा. उन्होंने कहा, हमने अकसर कहा है कि किसी को यह कोशिश नहीं करनी चाहिए. कोई तुलना नहीं हो सकती और किसी को तुलना करनी भी नहीं चाहिए. कुछ लोग कोशिश कर रहे हैं, लेकिन यह गलत है. लोग इसे पसंद नहीं करेंगे. 

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भाजपा नेता राम कदम ने इस बीच राउत पर इस मुद्दे को इसलिए उठाने का आरोप लगाया ताकि वह कांग्रेस नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण से संबंधित सवालों के जवाबों से बच सके. चव्हाण ने एक वीडियो में कथित तौर पर कहा है कि उनकी पार्टी शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार में भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए मुस्लिम समुदाय के अनुरोध पर शामिल हुई है. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. चव्हाण ने मंगलवार को  से कहा कि उन्होंने अपने भाषण में मुसलमानों का विशेष रूप से उल्लेख नहीं किया है.