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5 दिन में खाली हुआ तब्लीग़ी मरकज, बाहर निकाले गए 2100 लोग

रात को 3:30 बजे तक तब्लीग़ी मरकज खाली करवा लिया गया था. अभी तक तब्लीग़ी मरकज सैनिटीज़ नही हुआ है. कुल 5 दिन लगे है तब्लीगी मरकज को खाली करने में. इस दौरान तकरीबन 2100 लोगो को निकाला गया.

Updated on: 01 Apr 2020, 01:21 PM

नई दिल्ली:

तब्लीग़ी मरकज मंगलवार रात को 3:30 बजे तक खाली करवा लिया गया था. हालाँकि अभी तक तब्लीग़ी मरकज सैनिटीज़ नही हुआ है. दिल्ली पुलिस के सूत्रों के अनुसार, कुल 5 दिन लगे है तब्लीगी मरकज को खाली करने में. इस दौरान तकरीबन 2100 लोगो को निकाला गया. पुलिस ने बताया, इंस्पेक्टर मुकेश वालिया कि तहरीर पर मौलाना साद, डॉक्टर जीशान, मुफ़्ती शहजाद, मुहम्मद अशरफ, मुर्सलीन सैफ़ी, यूनुस और मुहम्मद सलमान के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.

मरकज का मौलाना साद 28 मार्च से लापता है. 28 मार्च को वह मरकज से निकला था और उसके बाद वह गायब हो गया है. बताया जा रहा है कि दिल्ली में मौलाना साद के दो घर हैं: एक मरकज के पास ही है तो दूसरा जाकिर नगर में. दिल्ली पुलिस उसकी तलाश में जुटी है. पुलिस का कहना है कि मौलाना साद के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जायेगा.

इससे पहले खबर आयी थी कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) प्रमुख अजित डोभाल को तब्लीग़ी मरकज खाली कराने के लिए आगे मोर्चा सँभालने के लिए उतरना पड़ा था. दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में स्थित बंगलेवाली मस्जिद (Nijamuddin Markaz) को तबलीगी जमात से जुड़े सैकड़ों सदस्यों से खाली कराने में भी डोभाल को ही मशक्कत करनी पड़ी. दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज के सर्वेसर्वा मोलाना मोहम्मद साद (Maulana Mohammad Saad) के अड़ियल रवैये को देख गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर अजित डोभाल (Ajit Doval) ने पहल की और सभी को जांच के लिए अस्पताल और पॉजिटिव पाए जाने पर क्वेरंटाइन रखने पर राजी किया. उन्होंने 28-29 मार्च की दरमियानी रात को इस जिम्मेदारी को अंजाम दिया.

दिल्ली पुलिस के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार,