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सुप्रिया सुले का एनसीपी में कद बढ़ा, अजित का गले लगा किया स्वागत

बुधवार सुबह जब विधानसभा के विशेष सत्र में अजित पवार से सुप्रिया सुले की मुलाकात हुई, तो वह अजित पवार से तपाक से गले मिलती नजर आईं.

Updated on: 27 Nov 2019, 11:04 AM

highlights

  • सुप्रिया सुले गले लगकर मिली अजित पवार से विशेष सत्र के दौरान.
  • इसके उलट अजित पवार बेहद निर्विकार भाव से उनसे मिले.
  • सुप्रिया सुले का एनसीपी और राज्य की सियासत में कद बढ़ा.

New Delhi:

शनिवार सुबह जब यह खबर सामने आई थी कि महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री बतौर देवेंद्र फडणवीस और डिप्टी सीएम के रूप में एनसीपी के अजित पवार ने शपथ ले ली है, तो शरद पवार की उत्तराधिकारी मानी जा रहीं सुप्रिया सुले का ट्वीट सामने आया था, जिसमें लिखा था कि परिवार और पार्टी में दो फाड़ हो गए. हालांकि बुधवार सुबह जब विधानसभा के विशेष सत्र में अजित पवार से सुप्रिया सुले की मुलाकात हुई, तो वह अजित पवार से तपाक से गले मिलती नजर आईं. इससे यह साफ संकेत गया कि उन्होंने अजित पवार को माफ कर दिया है और अब वह पार्टी समेत सूबे की सियासत में अपनी नई भूमिका के लिए तैयार हैं.

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अजित पवार निर्विकार भाव से मिले

हालांकि सुप्रिया सुले से गले मिलते समय अजित पवार के चेहरे पर कोई भाव नहीं था. वह बेहद निर्विकार भाव से बगैर नजरें मिलाए सुप्रिया से गले मिले और आगे बढ़ गए. सुप्रिया सुले ने शिवसेना के नए विधायक और ठाकरे परिवार से पहली बार चुनाव लड़ सदन पहुंचे आदित्य ठाकरे का भी गले लगाकर स्वागत किया. इसके अलावा वह पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भी बेहद गर्मजोशी से मिलीं. इसके अलावा सुले ने महाराष्ट्र सदन के प्रवेशद्वार पर एनसीपी-कांग्रेस-शिवसेना समेत बीजेपी के भी नवनिर्वाचित विधायकों का स्वागत तपाक से किया.

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सुप्रिया सुले का पार्टी में बढ़ा कद

बीते दिनों आए पवार कुनबे में सियासी तूफान के बावजूद अजित पवार के साथ इस गर्मजोशी को प्रदर्शित करना तो यही बताता है कि सुप्रिया सुले पार्टी में अपनी नई भूमिका के लिए तैयार हैं. कुछ समय पहले तक यही माना जा रहा था कि शरद पवार के उत्तराधिकारी बतौर अजित पवार ही पार्टी और सूबे की सियासत की बागडोर संभालेंगे. यह अलग बात है कि एनसीपी में सुप्रिया सुले के बढ़ते कदम और हालिया विद्रोह के बाद जिस तरह से सुप्रिया सुले ने एनसीपी कैडर को एकजुट बनाए रखा, उससे उनका कद पार्टी में और भी बढ़ गया है. यही नहीं, अजित पवार के संदर्भ में जब उनसे पूछा गया, तो उन्होंने यह कहने में देर नहीं लगाई, 'दादा से मेरा कभी कोई विवाद या अलगाव था ही नहीं. एनसीपी में सभी की कोई न कोई भूमिका है. यह उनकी जिम्मेदारी है कि वह पार्टी को आगे लेकर जाएं.'