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बच्चों के साथ बढ़ते दुष्कर्म मामलों पर सुप्रीम कोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान, जल्द तय करेगा दिशा-निर्देश

चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, दीपक गुप्ता और अनिरुद्ध बोस की तीन सदस्यीय पीठ इस मामले पर सुनवाई कर रही थी. इस दौरान उन्होने सभी राज्यों के हाईकोर्ट से बच्चों के साथ होने वाले दुष्कर्म के आंकड़े मंगवाएं

Updated on: 13 Jul 2019, 11:50 AM

नई दिल्ली:

सुप्रीम कोर्ट ने देश में बच्चियों के साथ बढ़ रही रेप की घटनाओं पर चिंता जताई है और मामले पर स्वत: संज्ञान लिया है. इसी के साथ कोर्ट ने ऐसे मामलों से निपटने के लिए संसाधन और दूसरे उपायों के लिए दिशा-निर्देश तय करने का मन बनाया है. इसके लिए सुप्रीम कोर्ट की तरफ से वरिष्ठ वकील वी. गिरि को न्यायमित्र नियुक्त किया गया है. कोर्ट ने उनसे दिशा-निर्देश पारित करने को लेकर सुझाव मांगे हैं. जानकारी के मुताबिक इस मामले पर सोमवार को दोबारा सुनवाई होगी.

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चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, दीपक गुप्ता और अनिरुद्ध बोस की तीन सदस्यीय पीठ इस मामले पर सुनवाई कर रही थी. इस दौरान उन्होने सभी राज्यों के हाईकोर्ट से बच्चों के साथ होने वाले दुष्कर्म के आंकड़े मंगवाएं. इन आंकड़ों के मुताबिक देशभर में एक जनवरी से 30 जून के बीच 24,212 मामलों में एफआईआर दर्ज की गई है जबिक 11,981 मामलों में जांच चल रही है. इसके अलावा 12,231 मामले ऐसे हैं जिनमें चार्जशीट दाखिल हो चुकी है और 6449 केस का ट्रायल चल रहा है. इसके अलावा 4871 मामले ऐसे हैं जिनमें ट्रायल अभी तक शुरू भी नहीं हुआ है. वहीं अगर कोर्ट के फैसले की बात करें तो केवल इनमें 911 मामले ऐसे हैं जिनमें ट्रायल कोर्ट ने फैसला सुनाया है.

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बच्चों के साथ दुष्कर्म मामले में यूपी टॉप पर

इन आंकड़ों से ये भी पता चला है कि बच्चों के साथ दुष्कर्म के सबसे ज्यादा मामले उत्तर प्रदेश से सामने आए हैं. एक जनवरी से लेकर अब तक उत्तर प्रदेश में ऐसी 3457 घटनाएं सामने आई हैं जिनमें से 1779 मामलों की जांच चल रही है. इस लिस्ट में मध्य प्रदेश दूसरे नंबर पर है.