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Success Story: लेफ्टिनेंट कर्नल ज्योति शर्मा ने अपने नाम की यह विशिष्ट उपलब्धि

लेफ्टिनेंट कर्नल ज्योति शर्मा किसी विदेशी मिशन के तहत तैनात होने वाली पहली महिला न्यायाधीश होंगी. वह सेशेल्स में एडवोकेट जनरल (महाधिवक्ता) के पद को सुशोभित करेंगी.

Updated on: 14 Nov 2019, 04:11 PM

highlights

  • सेशेल्स में एडवोकेट जनरल होंगी लेफ्टिनेंट कर्नल ज्योति शर्मा.
  • मिलिट्री कॉर्प में भी रखी जाएंगी महिला जवान. रजिस्ट्रेशन हुए.
  • वायुसेना में है महिलाओं की सबसे ज्य़ादा 13.09 की भागीदारी.

New Delhi:

लेफ्टिनेंट कर्नल ज्योति शर्मा किसी विदेशी मिशन के तहत तैनात होने वाली पहली महिला न्यायाधीश होंगी. वह सेशेल्स में एडवोकेट जनरल (महाधिवक्ता) के पद को सुशोभित करेंगी. भारतीय सेना के अधिकारियों के मुताबिक ज्योति सेशेल्स में सैन्य विधि विशेषज्ञ बतौर अपनी जिम्मेदारी निभाएंगी. उनका मुख्य काम सेशेल्स सरकार को सुरक्षा और सेना अधिनियम की जानकारी उपलब्ध कराना होगा.

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सेना में महिलाओं की भागीदारी
गौरतलब है कि सितंबर में विंग कमांडर अंजलि सिंह को रूस के दूतावास में नियुक्ति दी गई थी. वह भारत की पहली महिला सैन्य राजदूत थी, जिन्हें किसी विदेशी मिशन पर तैनात किया गया था. अंजलि सिंह ने डिप्टी एयर अटैशे की जिम्मेदारी ग्रहण की थी. इसके पहले फ्लाइट कमांडर एस धामी पहली महिला अधिकारी थी, जिन्हें वायुसेना में फ्लाइट कमांडर की जिम्मेदारी दी गई थी. गौलतलब है कि फ्लाइट कमांडर का पद कमांडिंग ऑफिसर के बाद दूसरे नंबर का होता है.

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मिलिट्री कॉर्प में भी होंगी महिलाएं
बताते हैं कि भारतीय सेना मिलिट्री पुलिस कॉर्प में भी महिलाओं की नियुक्ति पर विचार कर रही है. अप्रैल में इस दिशा में औपचारिक शुरुआत हो भी चुकी है, जब मिलिट्री पुलिस में जवान बतौर महिलाओं की नियुक्ति के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू की गई थी. बताते हैं कि मिलिट्री पुलिस में महिलाओं की हिस्सेदारी कुल क्षमता की 20 फीसदी होगी.

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महिलाओं की भारतीय रक्षा सेवा में भागीदारी
हाल-फिलहाल तक बेहद चुनिंदा क्षेत्रों में ही भारतीय सेना में महिलाओं की तैनाती होती थी. इनमें भी मेडिकल, विधि, शैक्षणिक और सेना की सिग्नल और इंजीनियरिंग ईकाई शामिल थीं. सरकार से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार सेना में कुल श्रम संख्या के लिहाज से 3.80 फीसदी ही महिलाएं हैं. भारतीय वायुसेना में यह अनुपात 13.09 और नौसेना में 6 फीसदी के लगभग है. भारतीय वायु सेना महिलाओं की नियुक्ति के मामले में बाकी दोनों सेनाओं से कहीं आगे हैं. यही नहीं, भारतीय वायुसेना ने लड़ाकू विमान उड़ाने के लिए महिलाओं को कमिशंड पद पर नियुक्त किया हुआ है.