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मोदी सरकार 2.0 पर सुब्रमण्यम स्वामी का हफ्ते भर में दूसरा बड़ा हमला, कयासों का दौर शुरू

स्वामी ने ट्वीट कर कहा, 'गोवा और कश्मीर को देखते हुए मुझे लगता है कि अगर हम एक ही पार्टी के रूप में बीजेपी के साथ रह गए, तो देश का लोकतंत्र कमजोर हो जाएगा.'

Updated on: 12 Jul 2019, 10:33 AM

highlights

  • कर्नाटक-गोवा में नाटक के बीच स्वामी ने ट्वीट कर बीजेपी को लोकतंत्र के लिए खतरा बताया.
  • कांग्रेस, टीएमसी और एनसीपी को दी नसीहत. ममता को एकीकृत कांग्रेस अध्यक्ष बनने को कहा.
  • कई राज्यों में जारी राजनीतिक संकट के बीच स्वामी की ट्वीट के गहरे निहितार्थ.

नई दिल्ली.:

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी मोदी 2.0 सरकार में कुछ ज्यादा ही मुखर हो गए हैं. हालांकि इस बार उन्होंने जो बयान दिया है, वह बीजेपी को खासा असहज करने वाला है. उन्होंने एक ट्वीट कर बीजेपी के बढ़ते कद और प्रभाव को देश के लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा बताया है. इसके साथ ही उन्होंने विपक्षी दलों को नसीहत भी दी है. इस ट्वीट को मिलाकर हफ्ते भर में स्वामी दो बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार पर करारा हमला कर चुके हैं.

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सोनिया-राहुल को कांग्रेस से बाहर कर ममता को अध्यक्ष बनाने को भी कहा
शुक्रवार को उन्होंने एक ट्वीट किया है, जिसने राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मचा दिया है. इस ट्वीट में उन्होंने लिखा है, 'गोवा और कश्मीर को देखते हुए मुझे लगता है कि अगर हम एक ही पार्टी के रूप में बीजेपी के साथ रह गए, तो देश का लोकतंत्र कमजोर हो जाएगा.' यही नहीं, स्वामी ने इस ट्वीट में विपक्ष खासकर कांग्रेस को नसीहत भी दी है. उन्होंने कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को सलाह देते हुए कहा, 'विपक्ष, इटालियन और उनकी संतान को पार्टी से हटने के लिए कहे. ममता इसके बाद एकजुट कांग्रेस की अध्यक्ष बनें. साथ ही एनसीपी को भी कांग्रेस में विलय करना चाहिए.'

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मोदी 2.0 सरकार पर तीसरा बड़ा हमला
गौरतलब है कि स्वामी का मोदी 2.0 सरकार पर यह तीसरा बड़ा हमला है. सबसे पहले उन्होंने आर्थिक नीतियों पर पीएम नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि वह ऐसी स्थिति में चीन जा सकते हैं. इसके बाद उन्होंने मोदी सरकार पर दूसरा बड़ा हमला ऐन बजट वाले दिन किया. उन्होंने एक के बाद एक तीन ट्वीट कर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर निशाना साधते हुए एक तरह से मोदी सरकार को आर्थिक आंकड़ों को लेकर कठघरे में खड़ा कर दिया था. इसके बाद आज किए गए ट्वीट से तो स्वामी ने सीधे-सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही अपने निशाने पर ले लिया है.

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कर्नाटक के नाटक के बीच स्वामी के ट्वीट के गहरे निहितार्थ
गौरतलब है कि फिलवक्त कर्नाटक में कांग्रेस-जदएस सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. 13 विधायकों के इस्तीफे के साथ राज्य की कुमारस्वामी सरकार अल्पमत में आ गई है. हालांकि आज सभी की निगाहें सर्वोच्च न्यायालय पर लगी है, जो विधायकों के इस्तीफे पर सुनवाई करने जा रहा है. इसके साथ ही कुछ-कुछ ऐसा ही संकट गोवा सरकार पर भी मंडरा रहा है. राजनीति के लिहाज से ऐसे उतार-चढ़ाव भरे समय में सुब्रमण्यम स्वामी के ट्वीट के गहरे निहितार्थ हैं.