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पीएनबी फर्ज़ीवाड़ा: गोकुलनाथ शेट्टी समेत तीनो बैंक अधिकारी 3 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेजे गये

सीबीआई का कहना था कि इन तीनों अधिकारियों के पास काफी कुछ जानकारी हो सकती है ऐसे में उन्हें पूछताछ के लिए समय चाहिए।

Updated on: 17 Feb 2018, 10:58 PM

नई दिल्ली:

पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में 11,000 करोड़ से आधिक रुपये के स्कैम मामले में पकड़े गए तीनो बैंक अधिकारियों को 3 मार्च तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।

इससे पहले केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पीएनबी धोखाधड़ी मामले में बैंक के एक सेवानिवृत्त डिप्टी मैनेजर गोकुलनाथ शेट्ठी और दो अन्य को गिरफ्तार किया था।

सीबीआई के एक अधिकारी ने इस बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया, 'सीबीआई ने शेट्टी, एकल खिड़की संचालक मनोज खरात, और नीरव मोदी की कंपनियों के अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता हेमंत भट को गिरफ्तार किया है।'

शनिवार को ही सीबीआई ने तीनों अधिकारियों के मुंबई स्थित सीबीआई कोर्ट में पेश किया। इस दौरान सीबीआई ने कोर्ट से अधिकारियों के 14 दिन की पुलिस रिमांड की मांग की थी।

सीबीआई का कहना था कि इन तीनों अधिकारियों के पास काफी कुछ जानकारी हो सकती है ऐसे में उन्हें पूछताछ के लिए समय चाहिए।

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सीबीआई ने कहा, 'पीएनबी के तीनो अधिकारियों के पास से काफी काग़ज़ात बरामद किए जा सकते हैं जिससे कि इस महाघोटाले के बारे में और स्पष्टीकरण आ सके। सीबीआई दरअसल इस अपराध की कार्य प्रणाली को समझना चाह रही है और क्राइम की सही कारणों का पता लगाना चाहती है। इसलिए इन तीनो अधिकारियों को 14 दिन की पुलिस रिमांड में भेजा जाए।'

सीबीआई ने आगे कहा, 'रिमांड इसलिए भी मांगा जा रहा है क्योंकि हमें शक है कि केवल नीरव मोदी के नाम से 6000 करोड़ रुपये का घोटाला हो सकता है जबकि बैंक ने इस बारे में 280 करोड़ रुपये के फर्ज़ीवाड़े की ही बात कही है।'

सीबीआई ने नीरव मोदी की कंपनियों के अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता हेमंत भट पर पूछताछ में सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया था।

सीबीआई ने अपनी प्राथमिकी में पीएनबी के सेवानिवृत्त डिप्टी मैनेजर और संचालक समेत तीन निजी कंपनियों के 10 निदेशकों कृष्णन संगमेश्वरन, नाजुरा यशजनय, गोपाल दास भाटिया, अनियथ शिवरमन, धनेश व्रजलाल सेठ, ज्योति भारत वोरा, अनिल उमेश हल्दीपुर, चंद्रकांत कानू करकरे, पंखुड़ी अभिजीत वारंगे और मिहिर भास्कर जोशी के नाम शामिल किए थे।

इस मामले के प्रकाश में आने से पहले ही हीरा कारोबारी नीरव मोदी और अन्य आरोपी जनवरी की शुरुआत में ही देश छोड़ भाग चुके हैं।

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