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बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराने के संबंध में दिग्विजय सिंह के सवाल पर शिवराज का तंज

बीजेपी नेता ने कहा कि विकृत मानसिकता को जवाब समाज स्वयं देगा.

Updated on: 11 Nov 2019, 12:50 PM

भोपाल:

अयोध्या रामजन्मभूमि मामले पर सर्वोच्च न्यायालय के आए फैसले के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा बाबरी मस्जिद ढांचा गिराए जाने वालों को सजा देने का सवाल उठाने पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तंज कसा है. बीजेपी नेता ने कहा कि विकृत मानसिकता को जवाब समाज स्वयं देगा. 

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पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को दिग्विजय सिंह के ट्वीट को टैग करते हुए ट्वीट किया है, 'मन आनंद और प्रसन्नता से भरा हुआ है, अयोध्या मामले का निर्णय आने के बाद सारा देश एकसाथ खड़ा है. प्रत्येक समाज के नागरिकों ने सामाजिक सौहार्द्र की मिसाल पेश की है. ऐसे में समाज में खाई पैदा करने का प्रयास करने वाले तथा समाज को बांटने वाली इस विकृत मानसिकता का जवाब समाज स्वयं देगा.'

इससे पहले दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर पलटवार करते हुए बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि इस देश में कुछ लोग विघटन की राजनीति को आगे बढ़ाना चाहते हैं. कुछ नेताओं के तो पेट में दर्द होगा, क्योंकि विघटन की राजनीति किए बिना उन्हें चैन नहीं मिलता. सारंग ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने इस देश में सैकड़ों साल पुरानी समस्या का हल किया है. उन्होंने पूछा कि हर वर्ग ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को माना है. सभी ने फैसले का स्वागत किया है तो फिर कांग्रेस के इस दिग्गज नेता को प्रदेश में अमन शांति पंसद नहीं है क्या ?

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बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद ट्वीट किया था, ' राम जन्मभूमि के निर्णय का सभी ने सम्मान किया हम आभारी हैं. कांग्रेस ने हमेशा से यही कहा था हर विवाद का हल संविधान द्वारा स्थापित कानून व नियमों के दायरे में ही खोजना चाहिए. विध्वंस और हिंसा का रास्ता किसी के हित में नहीं है.' कांग्रेस नेता ने आगे कहा था, 'माननीय उच्चतम न्यायालय ने राम जन्म भूमि फैसले में बाबरी मस्जिद को तोड़ने के कृत्य को गैर कानूनी अपराध माना है. क्या दोषियों को सजा मिल पाएगी ? देखते हैं. 27 साल हो गए.'

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