logo-image

बीजेपी-शिवसेना में घमासान जारी, आदित्य ठाकरे के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से की मुलाकात

इस बीच गुरुवार को आदित्य ठाकरे के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिलने पहुंचे. गुरुवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलने आदित्य ठाकरे, एकनाथ शिंदे, रामदास कदम पहुंचे.

Updated on: 31 Oct 2019, 07:17 PM

नई दिल्ली:

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के नतीजे आए हुए एक हफ्ते हो चुके हैं, इसके बावजूद वहां पर सरकार नहीं बन सकी है. मुख्यमंत्री पद के लिए बीजेपी और शिवसेना के बीच रस्साकशी अभी तक जारी है. इस बीच गुरुवार को आदित्य ठाकरे के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिलने पहुंचे. गुरुवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलने आदित्य ठाकरे, एकनाथ शिंदे, रामदास कदम पहुंचे. शिवसेना के प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से किसानों के मुद्दे पर मुलाकात की. मुलाकात के बाद आदित्य ठाकरे ने कहा, 'हमने राज्यपाल से किसानों और मछुआरों को सहायता प्रदान करने का अनुरोध किया, जिन्हें हाल ही में हुई बारिश के कारण नुकसान हुआ था. उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि वह खुद केंद्र से बात करेंगे.'

बता दें कि बीजेपी और शिवसेना के बीच 50-50 फॉर्म्युले पर मामला अटका हुआ है. बीजेपी मुख्यमंत्री सीट में कोई बंटवारा नहीं करना चाहती है. बीजेपी 5 साल तक उस कुर्सी पर सिर्फ देवेंद्र फडणवीस को बैठाना चाहती है. जबकि शिवसेना आदित्य ठाकरे को भी ढाई साल के लिए सीएम बनाने पर जोर दे रही है.

इस बीच गुरुवार यानी आज शिवसेना विधायक दल की बैठक में एकनाथ शिंदे को नेता चुन लिया गया है. इसके लिए आदित्य ठाकरे ने ही प्रस्ताव रखा था, जिस पर शिवसेना के सभी 56 विधायकों ने अपनी सहमति दी. वहीं, सुनील प्रभु को सदन में पार्टी का चीफ विप बनाया गया है.

शिवसेना विधायक दल के नेता एकनाथ शिंदे ने कहा, पावर शेयरिंग और सरकार गठन के सभी अधिकार पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे को दिए गए हैं. हम राज्यपाल से सूखे की स्थिति पर मिलने जा रहे हैं.

इससे पहले बुधवार को बीजेपी की विधायक दल की बैठक हुई थी जिसमें देवेंद्र फडणवीस को विधायक दल का नेता चुना गया. विधायक दल के नेता चुने जाने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने कहा था, वह पीएम मोदी और अमित शाह का शुक्रिया अदा करते हैं. हमने साल 2014 और 2019 में फ्रंटफुट पर चुनाव लड़ा और जीता भी है. उन्होंने कहा कि जो भी अफवाहें हैं उनपर ध्यान नहीं देना चाहिए. बीजेपी और शिवसेना मिलकर सरकार बनाएंगे. शिवसेना की कुछ डिमांड हैं, उन्हें सुलझा लिया जाएगा.

वहीं शिवसेना की विधायक दल की बैठक से पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा था, हम अपने स्टैंड से पीछे नहीं हटेंगे. अगर कोई अपने वादे से मुकरा है तो वो है बीजेपी. हम अपनी मांग के साथ ही आगे बढ़ेंगे.

और पढ़ें:हिटमैन को दिल्ली की जहरीली हवा से कोई दिक्कत नहीं, डे-नाइट टेस्ट को लेकर कही ये बड़ी बात

बता दें, महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए शिवसेना को सिर्फ एनसीपी से ही उम्मीद थी, क्योंकि महाराष्ट्र में NCP ही तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है, जिसके सपोर्ट से शिवसेना सरकार बनाने के करीब पहुंच सकती थी. इस बीच एनसीपी विधायक दल के नेता चुने जाने के बाद शरद पवार के भतीजे अजीत पवार ने बड़ा बयान दिया है. पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि इस समय सभी का ध्यान सरकार को लेकर में है. अजीत पवार ने जोर देकर कहा कि 'हम विपक्ष में बैठेंगे'.