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मरांडी के बहाने अमित शाह को शत्रुघ्न सिन्हा ने बताया 'मास्टर', क्या होगी 'घर वापसी'

जेवीएम का बीजेपी में विलय होने के फैसले को शत्रुघ्न सिन्हा ने मास्टर स्ट्रोक बताया है. उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह की जमकर तारीख की है. इससे कयास लगने शुरू हो गए हैं कि क्या मरांडी की तर्ज पर शत्रुघ्न सिन्हा भी बीजेपी में वापसी करेंगे.

Updated on: 20 Feb 2020, 05:30 PM

नई दिल्ली:

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने अपनी पार्टी झारखंड विकास मोर्चा (जेवीएम) का भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में विलय कर दिया. गृहमंत्री अमित शाह के इस दांव कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा मास्टर स्ट्रोक बताया है. शत्रुघ्न सिन्हा ने मरांडी के लिए घर वापसी और 14 साल का वनवाम खत्म जैसे शब्दों को जिक्र किया, जिसके बाद उनकी 'घर वापसी' की चाहत के कयास भी शुरू हो गए हैं.

जेवीएम के बीजेपी में विलय होने के बाद शत्रुघ्न ने ट्वीट किया कि मास्टर स्ट्रैटजिस्ट गृहमंत्री अमित शाह और उनकी टीम ने जबरदस्त छवि, ईमानदारी, विश्वसनीयता, नेतृत्वकर्ता के गुण वाले झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को वापस लाकर मास्टर स्ट्रोक चला है. उनकी घरवापसी के साथ ही 14 साल का वनवास खत्म होता है.

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नई राजनीति शुरू करेंगे शॉटगन
बीजेपी के प्रति शत्रुघ्न सिन्हा का नरम रवैया उनकी नई राजनीति का संकेत दे रहा है. बगावत के बाद शत्रुघ्न को 'नया घर' यानी कांग्रेस तो मिल गई लेकिन बीजेपी के प्रति वह नरम ही रहे. अमित शाह को मास्टर बताने को लेकर अब लोगों के मन में सवाल उठने लगे हैं कि क्या बाबूलाल मरांडी के बाद शत्रुघ्न भी 'घर वापसी' करेंगे. दरअसल, कांग्रेस में जाने के साथ ही कहा जाने लगा है कि शत्रुघ्न राजनीतिक मैदान से लगभग गायब हो चुके हैं, ऐसे में 'वापसी' की बात जेहन में आना लाजमी है.

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बाबूलाल मरांडी का हुआ था स्वागत
जेवीएम का बीजेपी में विलय होने के बाद खुद अमित शाह ने बाबूलाल मरांडी का स्वागत किया था. अमित शाह ने कहा कि मुझे खुशी है कि बाबूलाल मरांडी बीजेपी में लौट आए हैं, मैं 2014 से उनकी वापसी के लिए काम कर रहा था. गौरतलब है कि बाबूलाल मरांडी ने 2006 में बीजेपी से अलग होकर झारखंड विकास मोर्चा (जेवीएम) के नाम से नई पार्टी का गठन किया था.