तमिलनाडु: AIADMK में घमासान जारी, राज्यपाल ने शशिकला को सरकार बनाने के लिए नहीं आमंत्रित किए जाने की रिपोर्ट को किया खारिज
तमिलनाडु में सत्तारूढ़ ऑल इंडिया द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) में जारी आंतरिक कलह के बीच पार्टी महासचिव वी के शशिकला ने कार्यवाहक मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम को समर्थन देने पर प्रेजीडियम चेयरमैन ई. मधुसूदन को पार्टी से निकाल दिया।
highlights
- AIADMK में मचे घमासान के बाद भारी पन्नीरसेल्वम पर भारी पड़ने लगीं शशिकला
- पन्नीरसेल्वम के करीबी और AIADMK के प्रेजिडियम चेयरमैन मधुसूदन को पार्टी से बाहर निकाला
Nerw Delhi:
तमिलनाडु में जारी सत्ता संघर्ष के लिए घमासान के बीच गवर्नर सी. विद्यासागर राव ने साफ कर दिया है कि राजभवन की ओर से कोई भी रिपोर्ट गृह मंत्रालय या राष्ट्रपति के पास नहीं भेजी गई है। राजभवन की ओर से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि कई मीडिया रिपोर्ट्स में यह कहा जा रहा था कि राज्यपाल ने अपनी कोई रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भेजी गई है जबकि ऐसा कुछ नहीं है।
बता दें कि कई मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से शुक्रवार शाम यह कहा गया कि राज्यपाल शशिकला को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित नहीं करेंगे। इसके बाद सियासी चर्चा तेज हो गई।
इससे पहले तमिलनाडु में सत्तारूढ़ ऑल इंडिया द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) में जारी आंतरिक कलह के बीच पार्टी महासचिव वी के शशिकला ने कार्यवाहक मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम को समर्थन देने पर प्रेजीडियम चेयरमैन ई. मधुसूदन को पार्टी से निकाल दिया।
No report has been sent from Governor C Vidyasagar Rao to Ministry of Home Affairs: Raj Bhavan PRO pic.twitter.com/Q0nHaGzTCr
— ANI (@ANI_news) February 10, 2017
शशिकला ने एक बयान में कहा कि मधुसूदनन ने पार्टी के सिद्धांतों का उल्लंघन और इसे अपमानित किया है, इसलिए पार्टी पद और एआईएडीएमके की प्राथमिक सदस्यता से उन्हें बर्खास्त किया जाता है। उन्होंने पार्टी सदस्यों से मधुसूदनन से किसी तरह का संबंध नहीं रखने को कहा है।
मधुसूदनन की बर्खास्तगी उनके पन्नीरसेल्वम के साथ जुड़ने के एक दिन बाद की गई है। पन्नीरसेल्वम ने शशिकला के खिलाफ बगावत करते हुए मंगलवार रात कहा था कि उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए बाध्य किया गया।
और पढ़ें:AIADMK घमासान: शशिकला के समर्थक विधायक आए सामने, कहा-हम बंदी नहीं बनाए गए
मधुसूदनन ने इससे पहले शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा था, 'पार्टी के नियमों के अनुसार, कोई व्यक्ति तभी इसका महासचिव बन सकता/सकती है, जब वह लगातार पांच साल तक इसका सदस्य रहा/रही हो।'
उन्होंने दावा किया कि शशिकला लगातार पांच सालों तक पार्टी की सदस्य नहीं रहीं और इसलिए वह महासचिव बनने के योग्य नहीं हैं। पूर्व मंत्री मधुसूदनन लंबे समय से एआईएडीएमके के सदस्य रहे हैं।
इससे पहले मधुसूदन ने कहा था कि शशिकला अन्नाद्रमुक की महासचिव नहीं बन सकतीं। मधुसूदन पन्नीरसेल्वम गुट के नेता माने जाते हैं। उन्होंने इस संबंध में चुनाव आयोग में भी दरख्वास्त दी है कि वह शशिकला को पार्टी महासचिव के रूप में मान्यता न दे।
मधुसूदनन ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा, 'पार्टी के कानून के अनुसार, कोई व्यक्ति तभी इसका महासचिव बन सकता/सकती है, जब वह लगातार पांच साल तक इसका सदस्य रहा/रही हो।'
उन्होंने दावा किया कि शशिकला लगातार पांच सालों तक पार्टी की सदस्य नहीं रहीं और इसलिए वह महासचिव बनने के योग्य नहीं हैं। दिसम्बर में तत्कालीन मुख्यमंत्री जे. जयललिता के निधन के बाद शशिकला को एआईएडीएमके की महासचिव चुना गया था।
मधुसूदनन के अनुसार, पहले ऐसा लगा था कि शशिकला अकेले पार्टी में होंगी, लेकिन उनके परिवार के सदस्यों ने इसे अपने नियंत्रण में लेना शुरू कर दिया। ऐसा नहीं होने दिया जा सकता।
और पढ़ें: तमिलनाडु: शशिकला ने सरकार बनाने का दावा पेश किया, पन्नीरसेल्वम बोले धर्म की जीत होगी, नज़रें गवर्नर पर
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Akshaya Tritiya 2024: 10 मई को चरम पर होंगे सोने-चांदी के रेट, ये है बड़ी वजह
-
Abrahamic Religion: दुनिया का सबसे नया धर्म अब्राहमी, जानें इसकी विशेषताएं और विवाद
-
Peeli Sarso Ke Totke: पीली सरसों के ये 5 टोटके आपको बनाएंगे मालामाल, आर्थिक तंगी होगी दूर
-
Maa Lakshmi Mantra: ये हैं मां लक्ष्मी के 5 चमत्कारी मंत्र, जपते ही सिद्ध हो जाते हैं सारे कार्य