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गोडसे विवाद पर साध्वी प्रज्ञा की सफाई, सच केवल इतना कि मैंने ऊधम सिंह अपमान नहीं सहा

साध्वी प्रज्ञा नाथुराम गोडसे को देशभक्त बताकर विवादों में फंस गई है. केंद्र सरकार ने उनके खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें रक्षा मंत्रालय की संसदीय समिति से हटा दिया है

Updated on: 28 Nov 2019, 01:32 PM

नई दिल्‍ली:

भोपाल से बीजेपी की सांसद साध्वी प्रज्ञा नाथुराम गोडसे को देशभक्त बताकर विवादों में फंस गई है. केंद्र सरकार ने उनके खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें रक्षा मंत्रालय की संसदीय समिति से हटा दिया है. वहीं बताया जा रहा है कि पार्टी उन्हें निलंबित भीकर सकती है. वहीं दूसरी तरफ विपक्ष भी लगातार साध्वी प्रज्ञा के बयान पर हमलावर बनी हुई है. इन सब के बीच साध्वी प्रज्ञा का बयान सामने आया है. उन्होंने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा है कि सच बस इतना है कि कल मैंने ऊधम सिंह का अपमान नहीं सहा. 

उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, 'कभी-कभी झूठ का बबन्डर इतना गहरा होता है कि दिन मे भी रात लगने लगती है लेकिन सूर्य अपना प्रकाश नहीं खोता पलभर के बबन्डर मे लोग भ्रमित न हों सूर्य का प्रकाश स्थाई है. सत्य यही है कि कल मैने ऊधम सिंह जी का अपमान नहीं सहा बस.'

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बता दें, इससे पहले कांग्रेस ने लोकसभा में इस मुद्दे को लेकर जमकर हंगामा किया और सदन वॉकआउट कर दिया. वहीं दूसरी तरफ जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी से इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि वो इस बारे में बात कर अपना वक्त बर्बाद नहीं करना चाहते. जब उनसे पूछा गया कि वो यही बात बार-बार बोलेती हैं तो उन्होंने कहा, ' यही बीजेपी और आरएएस की कला है.'

राहुल गांधी ने साध्वी प्रज्ञा पर निशाना साधते हुए ट्वीट भी किया. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, 'आतंकी प्रज्ञा ने आतंकी गोडसे को देशभक्त बताया भारतीय संसद के इतिहास में सबसे दुखद दिन'

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बता दें, प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने ये बयान बुधवर को उस समय दिया जब एसपीजी संशोधन बिल पर बहस चल रही थी. द्रमुक सांसद ए. राजा ने बहस के दौरान महात्मा गांधी की हत्या से जुड़े नाथूराम गोडसे के बयान का हवाला दिया. यह सुनते ही बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर खड़ीं होकर चीख पड़ीं. उन्होंने गोडसे को देशभक्त बताते हुए ए. राजा के बयान का विरोध किया. इस पर हंगामा हुआ और लोकसभा की कार्यवाही से उनके बयान को हटा दिया गया.

इससे पहले लोकसभा चुनाव के दौरान साध्वी प्रज्ञा ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताकर विवाद पैदा किया था. उस दौरान पार्टी ने उनसे स्पष्टीकरण भी मांगा था. सूत्र बता रहे हैं कि बीजेपी सदन में भी नाथूराम गोडसे को देशभक्त करार देने वाले बयान के बाद साध्वी प्रज्ञा पर कार्रवाई की गई है. बताया जा रहा है कि सरकार ने उन्हें रक्षा मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति से हटा दिया है. जानकारी के मुताबिक उन्हें पार्टी से भी सस्पेंड किया जा सकता है.