logo-image

लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी RTI बिल पास, विरोध में कांग्रेस ने किया वॉक आउट

लोकसभा के बाद राज्यसभा में सूचना का अधिकार (RTI) संशोधन बिल 2019 पास हो गया है.

Updated on: 25 Jul 2019, 07:52 PM

नई दिल्ली:

लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी सूचना का अधिकार (RTI) संशोधन बिल 2019 ध्वनिमत से पास हो गया है. इसके विरोध में कांग्रेस ने राज्यसभा से वॉक आउट कर दिया. यह बिल लोकसभा से पहले ही पारित हो चुका है. सदन में अब विशेष उल्लेख के तहत सांसद अपने मुद्दे उठा रहे हैं. इसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है.

यह भी पढ़ेंः तीन तलाक बिल राज्‍य सभा में पास होने से नहीं रोक पाएगा विपक्ष, अगर JDU व BJD ने दिया साथ

बता दें कि सूचना का अधिकार (RTI) संशोधन बिल पर चर्चा के बाद राज्यसभा में वोटिंग हुई. विपक्ष इस बिल को सेलेक्ट कमेटी के पास भेजने के लिए अड़ा है. टीएमसी के डेरेक ओब्राईन ने कहा, हम संसदीय परंपरा का पालन करते हैं और सरकार की बहुमत के सामने झुक नहीं सकते हैं. राज्यसभा में मत विभाजन संख्या सदस्यों को नहीं मिली है. इस वजह से पर्चियों के जरिए वोटिंग हुई. इसके बाद सदन में बिल को सेलेक्ट कमेटी में भेजे जाने का प्रस्ताव वोटिंग के बाद खारिज हो गया. इसके पक्ष में 75 और विपक्ष में 117 वोट पड़े. अब बिल को सेलेक्ट कमेटी के पास नहीं भेजा जाएगा, जिसकी मांग पर विपक्ष अड़ा हुआ था.

यह भी पढ़ेंः तीन तलाक बिल राज्‍य सभा में पास होने से नहीं रोक पाएगा विपक्ष, अगर JDU व BJD ने दिया साथ

राज्यसभा में वोटिंग के दौरान टीडीपी से बीजेपी में आए सीएम रमेश अपनी सीट से उठकर सांसदों से मिलने पहुंच गए. इस पर उपसभापति और विपक्षी सांसदों ने आपत्ति जताई. कुछ सांसदों ने सीएम रमेश को घेर लिया और उनसे भिड़ गए. इस दौरान सदन में धक्का-मुक्की भी देखने को मिली. अब सदन में विपक्षी सांसद वेल में आकर हंगामा कर रहे हैं. टीएमसी के कुछ सांसदों ने विरोध में अपने मत पत्र भी फाड़ दिए हैं.

यह भी पढ़ेंः लोकसभा में एक बार फिर पास हुआ तीन तलाक बिल, पक्ष में 303 और विपक्ष में 82 वोट पड़े

राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा, हमें चेयर की पारदर्शिता पर विश्वास है, लेकिन यह किस तरह से 303 सीटें लाते हैं. उसका नमूना आज सदन में देखने को मिला है. ऐसी ही बीजेपी 303 सीटें जीतती हैं. संसद के अंदर मंत्री दखल दे रहे और सांसदों को प्रभावित करते हैं. सत्ताधारी दलों के लोग साइन कराकर वोट अपने पक्ष में ले रहे हैं. बीजेपी लोकतंत्र को खत्म कर रही है और हमारी पार्टी वॉक आउट करती है.