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ओडिशा में 10 सालों में 17,528 रेप के मामले सामने आए, लेकिन सरकार ने कहा-हालात चिंताजनक नहीं

ओडिशा सरकार ने यह स्वीकार किया है कि राज्य में बीते साल में बलात्कार और हत्या के मामलों में वृद्धि बढ़ोतरी हुई है, लेकिन साथ ही उसका कहना है कि हालात अभी चिंताजनक नहीं हुए हैं.

Updated on: 15 Jul 2019, 09:31 PM

नई दिल्ली:

ओडिशा सरकार ने यह स्वीकार किया है कि राज्य में बीते साल में बलात्कार और हत्या के मामलों में वृद्धि बढ़ोतरी हुई है, लेकिन साथ ही उसका कहना है कि हालात अभी चिंताजनक नहीं हुए हैं.ओडिशा के गृह मंत्री डीएस मिश्रा ने सोमवार को विधानसभा में यह बात कही. गौरतलब है कि विपक्ष लगातार आरोप लगा रहा है कि राज्य में आपराधिक गतिविधियां बढ़ी हैं और स्थिति चिंताजनक हो गयी है.

कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिम्ह मिश्र के लिखित सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि ओडिशा में 2018 में हत्या के 1,378 मामले दर्ज हुए हैं. वहीं, बीते 10 सालों में दुष्कर्म के 17,528 व हत्या के 13,246 मामले सामने आए हैं.

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मिश्रा ने कहा कि 2010 से 2019 (मई तक ) दुष्कर्म के 17,528 मामले व हत्या के 13,246 मामले सूचित किए गए हैं. उन्होंने कहा कि इस साल मई तक दुष्कर्म के 937 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि 2018 में दुष्कर्म के 2,502 व साल 2017 में 2,221 मामले दर्ज किए गए.

पुलिस ने इस साल मई तक हत्या के 563 मामले दर्ज किए हैं। साल 2018 में यह आंकड़ा 1,278 था. मंत्री ने सूचित किया कि मई 2019 तक कुल 45,628 अपराध दर्ज किए.
पुलिस ने 2010 से 2019 तक दंगों से जुड़े 18,524 मामले दर्ज किए.

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इस बीच ओडिशा विधानसभा में सोमवार को राज्य में कानून व व्यवस्था की समस्या को लेकर हंगामा होता रहा. कांग्रेस व भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में बढ़ते अपराधों को लेकर विधानसभा में हंगामा किया.