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मकर संक्रांति से सोने के भव्य मंदिर में रहेंगे रामलला, चेन्नई के कास्ट कलाकार करेंगे तैयार

रामलला अब टैंट से निकलकर भव्य सोने के मंदिर में विराजमान होंगे. मकर संक्रांति से रामलला को सोने के मंदिर में विराजमान कराने की तैयारी की जा रही है.

Updated on: 01 Dec 2019, 11:04 AM

अयोध्या:

सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) का फैसला आने के बाद अयोध्या विवाद (Ayodhya Dispute) लगभग खत्म हो चुका है. अब इस मामले में एक तरफ केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत ट्रस्ट बनाने पर काम कर रहा है तो वहीं शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने रविवार को कहा कि अयोध्‍या पर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आने के बाद रामलला (Ram Lala) अब टेंट में नहीं रहेंगे. उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण में जितना समय लगेगा तब तक रामलला स्वर्ण मंदिर में रहेंगे. मकर संक्रांति तक स्वर्ण मंदिर की व्यवस्था की जाएगी.

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चेन्नई के कास्ट कलाकार से किया संपर्क
रामलला के लिए स्वर्ण मंदिर तैयार करने के लिए चेन्नई के एक बड़े कास्ट कलाकार से संपर्क किया गया है. अविमुक्तेश्वरानंद ने बताया कि इस कास्ट कलाकार को कई पीढ़ियों से मंदिर निर्माण का अनुभव है. उनकी ओर से स्वर्ण मंदिर के लिए एक नक्शा भी तैयार कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि इस नक्शे पर लगभग सहमति बन चुकी है. सब कुछ सही रहा तो मकर संक्रांति तक भगवान राम को भव्य स्वर्ण मंदिर में विराजमान कराया जाएगा.

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सीता रसोई में एक लाख लोगों के बैठने की होगी व्यवस्था
अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मंदिर उत्तर-दक्षिण की शैलियों में शामिल हो सकता है. वास्तु विधान और शास्त्र विधि का विचार करके भव्य मंदिर बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि रसोई हॉल को भव्य रूप दिए जाने की बात की जा रही है. रसोई हॉल ऐसा तैयार किया जाएगा जिसमें एक बार में एक लाख लोग बैठ कर भोजन कर सकें.

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मौजूद मॉडल पर उठाए सवाल
अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि राममंदिर का जो मौजूद मॉडल है वह सिर्फ 130 फीट का है. ऐसे में उसकी भव्यता और विशालता को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं. पूर्व में संतों की राय थी कि जमीन फाइनल होने के बाद ही राम मंदिर का भव्य मॉडल तैयार किया जाए. विश्व हिंदू परिषद ने इसके बाद भी मॉडल तैयार कर पत्थर खरीद किए. अब अमित शाह कह रहे हैं कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण किया जाएगा जो आकाश शिखर का होगा.