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राजस्थान: क्रिकेट की सत्ता हथियाने के चक्कर में दो फाड़ हुई कांग्रेस, रामेश्वर डूडी ने दी 'महाभारत' की चेतावनी

राजस्थान क्रिकेट संघ में दो गुट है. पहला गुट सीपी जोशी का है तो दूसरा गुट रामेश्वर डूडी का है. ललित मोदी गुट इस बार डूडी के समर्थन में है.

Updated on: 02 Oct 2019, 10:40 PM

जयपुर:

जयपुर में राजस्थान क्रिकेट संघ के दफ्तर में उस वक्त भारी हंगामा और बवाल कट गया जब कांग्रेस नेता और नागौर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष रामेश्वर डूडी नामांकन दाखिल करने आरसीए दफ्तर पहुंचे. डूडी और उनके समर्थकों को पुलिस ने अंदर जाने से रोका तो डूडी समर्थकों ने हंगामा कर दिया. पुलिस ने डूडी समर्थकों को बल प्रयोग कर खदेड़ा. खुद डूडी कार के गेट से समर्थकों को संबोधित कर रहे थे और धक्का-मुक्की में कार से नीचे गिए गए. डूडी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर सीधा हमला बोला. उन्होंने कहा कि पुत्र मोह में गहलोत धृतराष्ट्र बन गए हैं.

मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए डूडी ने कहा कि बेटे की ताजपोशी के लिए सत्ता का दुरुपयोग किया जा रहा है. डूडी ने गहलोत को चेतावनी दी कि अब महाभारत होगा. राजस्थान की जनता इस अपमान का बदला लेगी. डूडी ने आरोप लगाया कि उन्हें और उनके गुट को वैभव गहलोत के खिलाफ चुनाव लड़ने से रोकने के लिए आधी रात को मतदाता सूचियां जारी कर अवैध रुप से उन्हें बाहर किया गया है.

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दरअसल राजस्थान क्रिकेट संघ में दो गुट है. पहला गुट सीपी जोशी का है तो दूसरा गुट रामेश्वर डूडी का है. ललित मोदी गुट इस बार डूडी के समर्थन में है. उधर सीपी जोशी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को आरसीए अध्यक्ष पद के लिए मैदान में उतारा है. वैभव के नांमाकन दाखिल से पहले ही जोशी गुट मतदाता सूचियों में डूडी गुट के तीन जिलों को बाहर करवा दिया. जिससे वैभव की जीत तय हो गई है. लेकिन डूडी ने हार नहीं मानी और आज वे समर्थकों के साथ मैदान में आ गए. नामांकन भी दाखिल किया, लेकिन खारिज हो गया. डूडी को हनुमान बेनिवाल का भी समर्थन है.

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अधिकतर जिला संघों की कमान कांग्रेस के नेताओं के पास ही है. यानि मुकाबला कांग्रेस बनाम कांग्रेस ही है. वैभव गहलोत ने डूडी के आरोपों से किनारा करते हुए कहा कि वे सभी को साथ लेकर क्रिकेट चलाएंगे. राजस्थान में क्रिकेट की जंग में अब तक मुकाबला बीजेपी बनाम कांग्रेस का रहा. लेकिन पहली दफा जंग कांग्रेस में ही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीपी जोशी के जरिए बेटे को क्रिकेट की कमान सौंपने की तैयारी कर ली है.

अधिकतर जिला संघों को अपने पक्ष में करने और विरोधियों को मैदान में उतरने से पहले ही बाहर करने के बाद तय माना जा रहा है कि वैभव गहलोत के हाथ में अब आरसीए की कमान होगी. लेकिन अशोक गहलोत की मुश्किल ये है कि अब क्रिकेट में पार्टी का एक गुट मोर्चा खोल चुका है. रामेश्वर डूडी कांग्रेस के कद्दावर किसान नेता माना जाते हैं और विधानसभा में विपक्ष के नेता रह चुके.