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Indian Railway: रेलवे ने किया दावा, 11 महीने के दौरान रेल हादसे में नहीं गई एक भी यात्री की जान

Indian Railway: भारतीय रेल ने यह शानदार उपलब्धि रेलवे के 166 साल के इतिहास में पहली बार हासिल किया है. यह रेलवे कर्मचारियों के अथक परिश्रम और सुरक्षा मानकों में लगातार सुधार का ही नतीजा है कि रेलवे में 11 महीनों में यह कीर्तमान स्थापित किया है.

Updated on: 26 Feb 2020, 10:47 AM

नई दिल्ली:

Indian Railway: भारतीय रेलवे ने वित्तीय वर्ष 2019-20 में जबर्दस्त सुरक्षा मानक स्थापित होने का दावा किया है. रेलवे ने दावा किया है कि 1 अपैल, 2019 से लेकर 24 फरवरी, 2020 के बीच किसी भी रेल दुघर्टना में कोई भी रेल यात्री की मौत नहीं हुई. भारतीय रेल ने यह शानदार उपलब्धि रेलवे के 166 साल के इतिहास में पहली बार हासिल किया है. यह रेलवे कर्मचारियों के अथक परिश्रम और सुरक्षा मानकों में लगातार सुधार का ही नतीजा है कि रेलवे में 11 महीनों में यह कीर्तमान स्थापित किया है. रेलवे के लिए यात्रियों की सुरक्षा हमेशा सर्वोपरि रहा है.

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1 अप्रैल, 2019 से 24 फरवरी, 2020 के बीच रेल दुर्घटनाओं नहीं हुई कोई मौत

एक प्रेस रिलीज जारी कर रेलवे ने कहा है कि 1 अप्रैल, 2019 से 24 फरवरी, 2020 के बीच रेल दुर्घटनाओं में किसी भी यात्री की जान नहीं गई. इसकी मुख्य वजह रेलवे द्वारा उठाए गए अनेक कदमों को जाता है. इसमें से रखरखाव के लिए मेगा ब्लॉक बनाना, आधुनिक मशीनों का इस्तेमाल, मानव रहित क्रॉसिंग खत्म करना, रेलवे का सिग्नलिंग सिस्टम दुरुस्त करने जैसे कई उपाय शामिल हैं. गौरतलब है कि रेलवे दुर्घटना में ट्रेन का टक्कर होना, गाड़ी पटरी से उतरना, आग लगना जैसी घटनाएं शामिल हैं. रेलवे ने दावा किया है लगातार आईसीएफ कोच की जगह एलबीएच कोच लगाई जा रही है, जिस वजह से भी सुरक्षा मानकों में बढ़ोतरी हुई है.

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रेलवे संरक्षा कोष की वजह से आई कमी

रेलवे के मुताबिक, यह तमाम सुधार रेलवे संरक्षा कोष की वजह से हुआ है जो वर्ष 2017-18 में बनाया गया, जिसमें एक लाख करोड़ की राशि रखी गई थी, ताकि रेलवे का समुचित विकास और सुरक्षा सुनिश्चित हो. रेलवे ने बताया कि इस कोष के तहत रेलवे ने सबसे पहले अत्यधिक महत्वपूर्ण समझे जाने वाले कामों को निपटाया, जिससे यह अपेक्षित सुधार दिखाई पड़ा है.