गन्ना किसानों के बकाए को लेकर प्रियंका गांधी का बीजेपी पर हमला, कह दी ऐसी बात
सत्ता में आने के बाद बीजेपी सरकार अपने ही वादों को भूल गई और गन्ना किसानों को उनका बकाया देने की बजाए सरकार ने उनसे मुंह मोड़ लिया है.
highlights
- कांग्रेस महासचिव प्रियंका ने बीजेपी पर बोला हमला
- गन्ना किसानों के भुगतान पर प्रियंका का बीजेपी पर हमला
- गन्ना किसानों को नहीं मिल रहा समय से भुगतान
नई दिल्ली:
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने गन्ना किसानों से उनके बकाये का भुगतान देने का वादा किया था, लेकिन सत्ता में आने के बाद बीजेपी सरकार अपने ही वादों को भूल गई और गन्ना किसानों को उनका बकाया देने की बजाए सरकार ने उनसे मुंह मोड़ लिया है. प्रियंका गांधी ने मीडिया में आईं गन्ना किसानों के बकाये से जुड़ी खबरों का हवाला देते हुए मौजूदा सरकार से यह सवाल भी किया कि क्या सरकार को किसानों की जरा भी चिंता है?
कांग्रेस महासचिव ने गन्ना किसानों की स्थिति पर सवाल उठाते हुए ट्वीट कर कहा, ‘चुनाव में गन्ना किसानों के भुगतान का वादा दोहराने वाली उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने चुनाव होते ही गन्ना किसानों से मुंह मोड़ लिया.’ प्रियंका ने कहा, ‘किसी को बेटी की शादी करनी है, किसी को अगली फसल बोनी है, लेकिन पैसा अटका हुआ है और किसान दर दर की ठोकरें खा रहा है. क्या सरकार को किसानों की जरा भी चिंता है?’
चुनाव में गन्ना किसानों के भुगतान का वादा दोहराने वाली उप्र भाजपा सरकार ने चुनाव होते ही गन्ना किसानों से मुँह मोड़ लिया।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 27, 2019
किसी को बेटी की शादी करनी है, किसी को अगली फसल बोनी है, लेकिन पैसा अटका हुआ है और किसान दर दर की ठोकरें खा रहा है। क्या सरकार को किसानों की जरा भी चिंता है? pic.twitter.com/T9ivwsWbbh
बुलंदशहर की चीनी मिलों पर गन्ना किसानों का 182 करोड़ बकाया
आपको बता दें कि यूपी के बुलंदशहर जिले में चीनी मिलाें पर गन्ना किसानों के 182 करोड़ रुपये अभी भी बकाया हैं. किसानों को बकाया राशि अभी तक नहीं मिलने की वजह से उनकी चिंता लगातार बढ़ती ही जा रही है. भुगतान के लिए किसान कार्यालय के भी चक्कर लगाने को मजबूर हो रहे हैं. आपको बता दें कि बुलंदशहर जिले में चार चीनी मिल संचालित हैं. इनमें अनामिका, साबितगढ़, अनूपशहर और वेव शुगर मिल शामिल हैं. मौजूदा वर्ष में इन चीनी मिलों ने 649 करोड़ 92 लाख 48 हजार का गन्ना खरीदा है जिसमें से 467 करोड़ 63 लाख 98 हजार का मिलों द्वारा गन्ने का भुगतान किया गया है, जबकि अभी भी इन मिलों पर गन्ना किसानों का 182 करोड़ 28 लाख 50 हजार बकाया भुगतान चल रहा है.
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बागपत जिले में भी मलकपुर चीनी मिल पर गन्ना किसानों का 289 करोड़ का बकाया
बागपत जिले की अकेली मलकपुर चीनी मिल पर ही गन्ना किसानों का लगभग 289 करोड़ बकाया है. बागपत सहकारी चीनी मिल पर 38.20 करोड़, रमाला सहकारी चीनी मिल पर 38.16 करोड़ रुपये बकाया होने से किसान परेशान हैं. डीसीओ संजय सिसोदिया के ने बताा कि सरकार के निर्देशानुसार चीनी मिलों को चीनी शीरा और वेगास बिक्री का जो भी पैसा मिलता है, उसका 85% गन्ना मूल्य भुगतान में खर्च किया जाना है लेकिन चीनी मिलें इस पैसे को किसानों को न देकर अपनी सुविधानुसार खर्च कर रही हैं.
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