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आपसी विवाद को नहीं बनने देंगे झगड़े की वजह- चीन के साथ बातचीत में बोले प्रधानमंत्री मोदी

चीन के साथ प्रधआनमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, चीन और तमिलनाडु राज्य के बीच गहरे सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंध रहे हैं

Updated on: 12 Oct 2019, 02:45 PM

नई दिल्ली:

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दूसरे अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के बाद महाबलीपुरम से रवाना हो चुके हैं. इससे पहले शी चिनफिंग और पीएम मोदी के बीच वन ऑन वन मीटिंग हुई जो करीब 2 घंटों तक चली. इसके बाद दोनों देशों के नेताओं के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत हुई. इस वार्ता भारत की तरफ से प्रतिनिधिमंडल में पीएम मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर और एनएसए अजित डोभाल भी शामिल हुए थे.

इस वार्ता के दौरान पीएम मोदी ने कहा, चीन और तमिलनाडु राज्य के बीच गहरे सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंध रहे हैं. पिछले 2000 वर्षों के अधिकांश समय से, भारत और चीन आर्थिक शक्तियां रहे हैं. अब इस शताब्दी में हम फिर से साथ-साथ उस स्थिति को प्राप्त कर रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा, वुहान में पिछले साल भारत और चीन के बीच पहली अनौपचारिक शिखर वार्ता से हमारे संबंधों में नई स्थिरता आई और एक नई गति मिली. इससे दोनों देशों के बीच रणनीतिक संचार भी बढ़ा है.

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चेन्नई विजन एक नए युग की शुरुआत

पीएम मोदी ने कहा, वुहान शिखर सम्मेलन ने हमारे संबंधों में एक नई गति और विश्वास पैदा किया और आज का 'चेन्नई विजन' भारत-चीन संबंधों में एक नए युग की शुरुआत है. उन्होंने कहा कि चेन्नई समिट में अब तक हमारे बीच द्वीपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर महत्वपूर्ण विचार विनिमय हुआ.

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आपसी विवाद को नहीं बनने देंगे झगड़े की वजह

इस दौरान पीएम मोदी ने ये भी कहा कि हम हमारे आपसी विवाद को झगड़े की वजह नहीं बनने देंगे. हमने तय किया था कि हम मतभेद को आपसी सहमति से सुलझाएंगे और इसे विवाद नहीं बनने देंगे. हम एक दूसरे की चिंताओं के बारे में संवेदनशाल रहेंगे और हमारे संबंध विश्व में शांति और स्थिरता के कारक होंगे