साफा पहन कर लाल किले से बोलते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ऐसे बदलता रहा रंग
प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस की वर्षगांठ पर 15 अगस्त को लालकिले पर साफा पहनकर भाषण देने की परंपरा शुरू की है. इस बार सभी की नजर रहेगी कि प्रधानमंत्री किस डिजाइन और रंग की पगड़ी पहनते हैं.
नई दिल्ली:
प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस की वर्षगांठ पर 15 अगस्त को लालकिले पर साफा पहनकर भाषण देने की परंपरा शुरू की है. इस बार सभी की नजर रहेगी कि प्रधानमंत्री किस डिजाइन और रंग की पगड़ी पहनते हैं. आइए नजर डालते हैं प्रधानमंत्री की उन पांच पगड़ियों पर जो उन्होंने 15 अगस्त के मौके पर पहनी थी.
2018 भगवा रंग का साफा : 72वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री ने सफेद कुर्ता पायजामा के साथ भगवा रंग का साफा पहना था, जिसकी किनारी लाल बंधेज की थी. मोदी ने 2017 में जो साफा पहना था वह काफी ज्यादा लंबा था. पिछले सालों में प्रधानमंत्री के साफे पर नजर डालें तो यह उतना लंबा नहीं होता था, जितना 2017 में पीले और लाल रंग का साफा पहना था, जो काफी लंबा था, यहां तक कि यह साफा प्रधानमंत्री के घुटने तक लंबा था. यह अभी तक का पीएम का सबसे लंबा साफा था. 2016 में कई रंग का गजशाही साफा : अगर 2016 में प्रधानमंत्री के साफे पर नजर डालें तो पीएम ने इस दिन राजस्थानी साफा पहना था, जिसका रंग लाल, गुलाबी और पीला था. यह जोधपुर का जाना माना गजशाही साफा था. इस साफे में कई रंग थे. 2015 में केसरिया साफा : प्रधानमंत्री ने जो साफा पहना था, वह केसरिया रंग का था. साफे में लाल और हरी धारियां भी थी जिसकी लंबाई प्रधानमंत्री के कमर तक थी. 2014 में पहली बार पहना साफा : देश की कमान संभालने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में 15 अगस्त को पहली बार साफा पहनकर देश को लालकिले से सम्बोधित किया था. प्रधानमंत्री ने इस दिन सफेद कुर्ता पायजामा पहना था, जबकि उन्होंने बाधनी प्रिंट का केसरिया साफा पहना था. प्रधानमंत्री के साफे का किनारा हरा था, जिसके बाद पीएम पूरे तीन रंग में दिख रहे थे.
सबसे लम्बे भाषण का रिकार्ड
2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 82 मिनट लंबा भाषण दिया. 2016 में मोदी ने 94 मिनट यानी डेढ़ घंटे से भी ज्यादा का भाषण दिया था. इसके बाद स्वयं प्रधानमंत्री ने अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा था कि लोगों ने उनसे भाषण ज्यादा लंबा होने की शिकायत की है. प्रधानमंत्री ने ये भी कहा था कि वो इसे छोटा रखने की कोशिश करेंगे. इसके बाद 2017 उन्होंने 56 मिनट का भाषण दिया था. 2014 में उन्होंने 65 जबकि 2015 में 86 मिनट तक राष्ट्र को संबोधित किया था. मोदी के पहले 15 अगस्त 1947 को देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने 72 मिनट का भाषण दिया था. ये रिकॉर्ड नरेंद्र मोदी ने 2015 में 86 मिनट लेकर तोड़ा और फिर 2016 में 94 मिनट तक भाषण देकर खुद का ही रिकॉर्ड तोड़ दिया.
मनमोहन सिंह 50 मिनट से ज्यादा नहीं बोले, वाजपेयी का भाषण 30 -35 मिनट का ही
मनमोहन सिंह 10 साल प्रधानमंत्री रहे. इस दौरान उन्होंने किसी भी स्वतंत्रता दिवस पर 50 मिनट से ज्यादा का भाषण नहीं दिया. इसमें भी खास बात ये है कि 2005 और 2006 में ही वो 50 मिनट तक बोले. इसके अलावा उनका संबोधन 32 से 45 मिनट के बीच ही रहा. वहीं भाजपा की तरफ से पहले प्रधानमंत्री बनने वाले अटल बिहारी वाजपेयी के भाषण 30 से 35 मिनट के बीच ही रहे. 2002 में वो सिर्फ 25 मिनट बोले थे. 2003 में वाजपेयी ने 30 मिनट का भाषण दिया.
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