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जाकिर नाइक की उल्टी गिनती शुरू, प्रधानमंत्री मोदी ने मलेशिया के पीएम से की बात

विदेश सचिव विजय गोखले ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पीएम मोदी ने मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद के सामने जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण का मुद्दा उठाया

Updated on: 05 Sep 2019, 12:29 PM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस में तीन दिनों के दौरे पर हैं. अपने दौरे के दूसरे दिन उन्होंने मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद से मुलाकात की और विवादास्पद इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण का मुद्दा उठाया. विदेश सचिव विजय गोखले ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पीएम मोदी ने मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद के सामने जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण का मुद्दा उठाया और दोनों पक्षों ने इस बात पर सहमति जताई है कि ये मुद्दा दोनों देश के लिए काफी अहम है. ऐसे में दोनों देश के अधिकारी इस मसले पर एक दूसरे के संपर्क में रहेंगे.'

बता दें, भारत में जाकिर नाइक कट्टरपंथी को भड़काने और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में मोस्ट वांटेड अपराधी है. भारत सरकार ने जाकिर नाईक और उसके संगठन इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन को 5 साल के लिए प्रतिबंधित किया है और इसे गैरकानूनी संगठन घोषित किया है. नाईक पर अपने भड़काऊ भाषण के जरिए नफरत फैलाने, समुदायों में दुश्मनी को बढ़ावा देने और आतंकवाद का वित्तपोषण करने का आरोप है. जाकिर नाईक वर्तमान में मलेशिया का स्थायी निवासी है.

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इससे पहले मलेशिया के एक मंत्री और पांच सांसदों ने भी सरकार से अपील की थी कि जाकिर नाइक को देश से बाहर निकाल दिया जाए. वहीं भारत ने पिछले साल मलेशिया से उसे प्रत्यर्पित करने के लिए कहा था, हालांकि उस समय भारत के आग्रह को खारिज कर दिया गया था.

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हाल ही में मलेशिया सरकार ने भी सख्त कदम उठाते हुए साफ किया है कि जाकिर देश में कहीं भी तकरीर नहीं कर सकता. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मलेशिया के हिन्दू नागरिकों के खिलाफ टिप्पणी करने पर उससे 10 घंटे तक पुलिस ने पूछताछ की. इसके बाद यह फैसला लिया गया. इस्लामिक धर्म उपदेशक जाकिर नाइक के विवादित उपदेशों पर पाबंदी लगाने वाला मेलाका मलेशिया का सातवां राज्य बन गया है. इससे पहले भी कई देश उस पर पाबंदी लगा चुके हैं.