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पुलिस ने दुष्कर्म आरोपियों के एनकाउंटर की रिपोर्ट एनएचआरसी को सौंपी

पुलिस ने शादनगर शहर के पास चटनपल्ली में इस जघन्य अपराध में शामिल सभी चार आरोपियों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था.

Updated on: 10 Dec 2019, 08:35 PM

नई दिल्‍ली:

तेलंगाना पुलिस ने मंगलवार को हैदराबाद के बाहरी इलाके में पशु चिकित्सक के साथ सामूहिक दुष्कर्म व हत्या के बाद आरोपियों के एनकाउंटर से संबंधित मामले की रिपोर्ट राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) को सौंप दी है. साइबराबाद पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों ने एनएचआरसी टीम को सभी विवरण प्रस्तुत किए, जो छह दिसंबर के एनकाउंटर की जांच कर रही है. पुलिस ने शादनगर शहर के पास चटनपल्ली में इस जघन्य अपराध में शामिल सभी चार आरोपियों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था. 

पुलिस ने हैदराबाद के बाहरी इलाके में शमशाबाद के पास 26 वर्षीय युवती के साथ दुष्कर्म व हत्या के मामले में उनके द्वारा की गई जांच का सारा ब्योरा भेज दिया है. एनएचआरसी की सात सदस्यीय टीम ने मंगलवार को लगातार चौथे दिन एनकाउंटर से संबंधित अपनी जांच जारी रखी. एनएचआरसी ने सात दिसंबर को अपनी जांच शुरू की थी और इसने अब तक सभी चार मारे गए आरोपियों और पीड़ित के परिवार के सदस्यों से पूछताछ की है.

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आयोग की टीम ने उस जगह का दौरा भी किया है, जहां पर अपराध हुआ था. इसके साथ ही वह महबूबनगर स्थित उस सरकारी अस्पताल भी पहुंचे, जहां आरोपियों के शव रखे गए थे. तेलंगाना हाईकोर्ट के निर्देश पर सोमवार को शवों को हैदराबाद के गांधी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया था. पुलिस द्वारा फर्जी एनकाउंटर का आरोप लगाते हुए इस संबंध में गहन जांच की मांग करने वाली कुछ याचिकाओं की सुनवाई करते हुए अदालत ने अधिकारियों को 13 दिसंबर तक शवों को संरक्षित करने का निर्देश दिया था.

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दो आरोपियो के परिजनों ने फेक एनकाउंटर का दावा किया
हैदराबाद में वेटनरी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या के सभी आरोपियों का पुलिस द्वारा एनकाउंटर किए जाने के बाद मारे गए आरोपियों में से दो के परिजनों ने दावा किया कि वह नाबालिग थे. परिजनों ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) के सामने भी आरोप लगाया कि पुलिस ने फर्जी एनकाउंटर में चारों को मार गिराया. एनकाउंटर में मारे गए आरोपियों में से एक जे नवीन की मां लक्ष्मी ने कहा कि वह उनका इकलौता बेटा था. उसकी उम्र केवल 17 साल थी. उन्होंने बताया कि नवीन का जन्म 2002 में हुआ था. वह चिन्नापोरमा स्कूल में पढ़ाई करता था. कुछ साल पहले उसने स्कूल छोड़ दिया था. लक्ष्मी ने दावा किया कि जल्द ही स्कूल की ओर से सर्टिफिकेट मिल जाएगा. उन्होंने कहा कि बेटे की उम्र केवल 17 साल थी, फिर पुलिस ने कैसे उसे फर्जी एनकाउंटर में मारा?