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'आग भी है और पानी भी', पत्रकारों का कवि अवतार आया सामने

'आग भी है और पानी भी' नाम के इस काव्य संग्रह में 13 पत्रकारों की कल्पना कलम की ताकत से कागज पर उतरी है. इनमें न्यूज नेशन की एंकर श्वेता जया भी शामिल हैं.

Updated on: 14 Sep 2019, 04:15 PM

highlights

  • मीडिया में काम करने वाले पत्रकारों की कविताओं के संकलन का लोकार्पण.
  • 'आग भी है और पानी भी' काव्य संग्रह में 13 पत्रकारों की कविताएं.
  • इनमें न्यूज नेशन की एंकर श्वेता जय की कविता भी शामिल.

नई दिल्ली:

भारतीय मीडिया के लिए यह एक यादगार दिन रहा, जब पहली बार मीडिया में काम करने वाले पत्रकारों की कविताओं का संकलन एक किताब के रूप में सामने आया. अपने किस्म का यह इस तरह का पहला प्रयास है. यह उपलबधि मुमकिन हो सकी पांचवें ग्लोबल लिटरेरी फेस्टिवल में. नोएडा के मारवाह स्टूडियो में हर साल की तरह इस बार भी ग्लोबल लिटरेरी फेस्टिवल का आयोजन किया गया. इसमें मारवाह स्टूडियो के निदेशक संदीप मारवाह और लिटरेरी फेस्टिवल के निदेशक सुशील भारती ने पत्रकारों की कविताओं के संकलन को किताब का रूप दिया.

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न्यूज नेशन की एंकर भी शामिल
इसमें पत्रकारिता के बड़े नाम राणा यशवंत के साथ-साथ न्यूज़ नेशन की एंकर श्वेता जया, अब्यज़ खान और पंकज शर्मा जैसे नाम शामिल हैं, जिन्हें इस बड़े मंच से सम्मानित भी किया गया. 'आग भी है और पानी भी' नाम के इस काव्य संग्रह में 13 पत्रकारों की कल्पना कलम की ताकत से कागज पर उतरी है. कविताओं में पत्रकारों की भावनाएं और हर तरह का मिज़ाज नज़र आता है. कहीं ये कविताएं आपको घर से दूरी की टीस को बयां करती हैं, तो कहीं समाज के निचले तबके की दयनीय हालत के प्रति चिंता जाहिर करती हैं, बड़ी बात ये कि इस किताब को टीवी के दिग्गज पत्रकारों ने अपनी कलम से सजाया है.

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अमेजन पर उबलब्ध है काव्य संग्रह
इस कार्यक्रम में कई जाने-माने कवियों ने भी शिरकत की और अपनी प्रेरक कविताओं का पाठ किया. साथ ही पत्रकारों ने भी अपनी कविताओं और गज़लों से सुनने वालों को मंत्रमुग्ध कर दिया।. पुस्तक के प्रकाशक "राही पब्लिकेशन" हैं और पुस्तक amazon.in पर भी मौजूद है जिसे लोग वहां से लेकर पढ़ सकते हैं.