logo-image

राज्यसभा में PM मोदी बोले- CAA को लेकर कुछ लोग देश को गुमराह कर रहे हैं

लोकसभा में कांग्रेस पर गरजने-बरसने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) थोड़ी ही देर में राज्यसभा में बोलेंगे.

Updated on: 06 Feb 2020, 07:03 PM

नई दिल्‍ली:

लोकसभा में कांग्रेस पर गरजने-बरसने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया. बता दें कि इससे पहले राष्‍ट्रपति के अभिभाषण पर धन्‍यवाद प्रस्‍ताव पर बहस के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को लोकसभा में चर्चा का जवाब दिया. प्रधानमंत्री ने अपने जवाब में नागरिकता कानून, जम्‍मू-कश्‍मीर, पूर्वोत्‍तर, बोडो समझौते, तमाम योजनाओं, सिख विरोधी दंगों को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा.

यह भी पढे़ंःबीजेपी बनाएगी दिल्ली में सरकार, 45 से ज्यादा सीट पर होगा कब्जा, अमित शाह का दावा

पीएम मोदी ने राज्यसभा में कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण 130 करोड़ लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करता है. मैं राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव देने के लिए आपके सामने प्रस्तुत हुआ है. उन्होंने कहा कि नए दशक में नए कलेवर से जो मेरी आकांक्षा थी उससे मुझे निराशा मिली है. अटल जी सरकार ने झारखंड, उत्तराखंड बनाया, जो देश के विकास में अपना सहयोग दे रहे हैं.

पीएम मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में 20 जून 2018 को राष्ट्रपति शासन लगा. आर्टिकल 370 हटने के बाद पहली बार गरीबों को आरक्षण का लाभ मिला, पहली बार अगर महिला को संपत्ति का अधिकार मिला. पहली बार एसीबी का गठन हुआ. पहली बार बीडीसी चुनाव हुआ. पहली बार रेरा का कानून लागू हुआ. पहली अलगाववादी को सीमा बार से हो रही फंडिंग खत्म हुआ. पहली बार जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद का खात्मा किया जा रहा है. 18 महीने में जम्मू-कश्मीर में ढाई लाख शौचालय का निर्माण हुआ.

मोदी ने आगे कहा कि पूरा नार्थ ईस्ट शांति की राह पर आगे बढ़ रहा है. नार्थ ईस्ट में जो हिंसक आंदोलन चलते थे, लेकिन आज वह आंदोलन चल रहा है और शांति की ओर आगे बढ़ रहा है. करीब 30 हजार लोग अनिश्चिता का जीवन जी रहे थे. आज हम वहां स्थाई शांति लाने में सफल रहे. ब्रू जनजाति के दर्द को हमने समझा और उनकी समस्याओं को सुलझा दिया. इसके बाद 30 हजार लोगों को पहचान मिली. नार्थ ईस्ट में कांग्रेस और उनके मित्र दलों की सरकारें थीं. आप चाहते तो उनकी समस्य़ा पर सुखद समाचार आप ला सकते थे. इतने वर्षों के बाद उनकी समस्याओं का स्थाई समाधान करने में हम सफल हुए हैं. हमने बोडो की हिंसा को समाप्त कराया.

मोदी ने आगे कहा कियहां अर्थव्यवस्था के विषय में चर्चा हुई. देश में निराश होने का कोई कारण नहीं है. अर्थव्यवस्था के जो basic मानदंड है, उनमें आज भी देश की अर्थव्यवस्था सशक्त है, मजबूत है और आगे जाने की ताकत रखती है. संसद में आर्थिक विषय पर चर्चा होनी चाहिए. कोई भी देश छोटी सोच से आगे नहीं बढ़ सकता है. हम मिलकर नए अर्थव्यवस्था के रास्ते खोजेंगे. आज भी देश की अर्थव्यवस्था मजबूत है. विरोध करने वाले भी 5 ट्रिलियन की बात करते हैं. 

यह भी पढे़ंःBhojpuri Movie: आम्रपाली दुबे के साथ होली पर फिल्म 'रोमियो राजा' से धमाल मचाएंगे निरहुआ

उन्होंने आगे कहा कि अगर विपक्ष का जीएसटी पर विजन क्लियर था तो पहले क्यों नहीं लाया. स्वर्गीय अरुण जेटली ने वित्त रहते हुए पहले जीएसटी की सारी समस्याओं को सुलझा कर जीएसटी लाया. जीएसटी पर विपक्ष को भ्रम नहीं फैलाना चाहिए. मैंने सीएम रहते हुए जो मुद्दे उठाए थे, उसे मैंने पीएम रहते सुलझाए. मोदी ने कहा कि इसी सदन में मोबाइल का मजाक उड़ाया था, लेकिन आज छोटे-छोटे गांवों-शहरों में डिजिटल ट्रांसजेक्शन देखने को मिल रहा है. हमारी सारी सुविधाएं डिजिटलाइजेशन हो रही हैं. 

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने बीते पांच वर्ष में एयरपोर्ट की संख्या बढ़ाई है. हमने घरों में पानी पहुंचाने का मिशन शुरू किया है. भीम ऐप से हमने (भारतीयों) जनवरी में 2 लाख 16 हजार करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन किया है. विदेश में भी रुपे क्रेडिट कार्ड लागू है. सैनिकों में बेटियों के दाखिले की स्वीकृति दे दी है. अपराधियों को पहचानने के लिए डेटा तैयार किया गया है. न्याय जल्दी मिले इसलिए देशभर में एक हजार से ज्यादा फास्टट्रैक कोर्ट बनाए जाएंगे.

उन्होंने कहा कि सीएए को लेकर जो कुछ भी कहा जा रहा, जो प्रचारित किया जा रहा उसे लेकर साथियों को खुद से सवाल करना चाहिए. हिंसा को प्रदर्शन का नाम कुछ लोग कह रहे हैं. पड़ोस में जो अपसंख्यक बन गए हैं उनकी पीड़ा आपको क्यों नहीं हो रही है. मैं निवेदन करता हूं कि लोगों को भड़काने के बजाए सही जानकारी दें. पड़ोसी देश इस्लामिक स्टेट होने के लिए यह सोचता है कि यहां सभी को इस्लाम मानना चाहिए. जो मुस्लिम नहीं है उसे यहां से निकाल देना चाहिए.

पीएम मोदी ने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री ने कहा था कि धार्मिक उत्पीड़न होने के कारण वहां से अल्पसंख्यक शराणर्थी आ रहे हैं. राम मनोहर लोहिया जी ने कहा था कि हिंदुस्तान का मुसलमान जिए और पाकिस्तान का हिंदू जिए, मैं इस बात को बिल्कुल ठुकराता हूं कि पाकिस्तान के हिंदू, पाकिस्तान के नागरिक हैं इसलिए हमें उनकी परवाह नहीं करनी है. शास्त्री ने यह भी कहा था कि सभी प्रदेश पड़ोसी देश के हिंदू को बसाने के लिए कहा था.

उन्होंने आगे कहा 25 नवंबर 1947 को कांग्रेस कार्य समिति ने एक प्रस्ताव पारित किया था. इसमें कहा गया था कि कांग्रेस पाकिस्तान से उन सभी गैर-मुस्लिमों को पूरी सुरक्षा देने के लिए बाध्य है जो सीमा पार कर भारत आ गए हैं या अपनी जान और सम्मान बचाने के लिए ऐसा कर सकते हैं.

उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान का हिंदू चाहे कहीं का भी नागरिक हो, उसकी रक्षा करना हमारा उतना ही कर्तव्य है, जितना हिंदुस्तान के किसी हिंदू या मुसलमान का. हमारे समाजवादी साथी हमें माने न माने, लेकिन अब लोहिया जी को नकारने का काम न करे. जहां तक ईस्ट पाकिस्तान का ताल्लुख है, उसका ये फैसला मालूम होता है कि वहां से नॉन मुस्लिम जितने हैं, सब निकाल दिए जाएं, वो एक इस्लामिक स्टेट है, इस्लामिक स्टेट के नाते वो सोचता है कि वहां इस्लाम को मामने वाले ही रह सकते हैं. गैर इस्लामी लोग नहीं रह सकते हैं. वहां से हिंदू-ईसाई निकाले जा रहें, बौद्ध भी वहां से निकाले जा रहे हैं. ये शब्द उस महापुरुष के हैं जो देश के प्रिय प्रधानमंत्री रहे हैं, ये श्रद्धेय लाल बहादुर शास्त्री जी के हैं.