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पीएम नरेंद्र मोदी सितंबर में अमेरिका दौरे के दौरान प्रवासियों की रैली में हिस्सा लेंगे

मोदी के मई में दोबारा सत्ता में आने के तत्काल बाद ही उनके विदेश दौरे की योजनाओं में जलवायु शिखर सम्मेलन और महासभा की उच्चस्तरीय बहस में हिस्सेदारी सूचीबद्ध हो गई थी, लेकिन ह्यूस्टन बैठक के बारे में आधिकारिक घोषणा होना अभी बाकी है.

Updated on: 13 Jul 2019, 05:21 PM

न्‍यूयॉर्क:

भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस द्वारा आयोजित क्लाइमेट एक्शन समिट के लिए अमेरिका का दौरा करेंगे. इस दौरान वह ह्यूस्टन में भारतीय प्रवासियों की एक विशाल रैली में हिस्सा ले सकते हैं. यह जानकारी इस आयोजन की प्रारंभिक योजना से परिचित एक सूत्र ने दी है. मोदी के मई में दोबारा सत्ता में आने के तत्काल बाद ही उनके विदेश दौरे की योजनाओं में जलवायु शिखर सम्मेलन और महासभा की उच्चस्तरीय बहस में हिस्सेदारी सूचीबद्ध हो गई थी, लेकिन ह्यूस्टन बैठक के बारे में आधिकारिक घोषणा होना अभी बाकी है.

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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के करीबी एक सूत्र ने आईएएनएस को बताया कि ह्यूस्टन रैली की योजना प्रारंभिक चरण में है, जिसकी तिथि अभी निर्धारित की जानी है. सूत्र ने कहा कि यह किसी पार्टी का आयोजन नहीं होने वाला है और इसे टेक्सास में प्रवासियों के विभिन्न वर्गो का प्रतिनिधित्व करने वाले समूहों द्वारा आयोजित किया जाएगा.

2010 की जनगणना के अनुसार, टेक्सास भारतीय मूल के लोगों की चौथी सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य था. द प्यू रिसर्च सेंटर के अनुमान के अनुसार, 2015 में ह्यूस्टन में 1,25,000 भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक थे, जहां भारतीय वाणिज्य दूतावास भी स्थित है. इसके अलावा डलास-फोर्ट वर्थ में 1,45,000 भारतीय मूल के लोग थे.

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मोदी अपनी विदेश यात्राओं के दौरान हमेशा प्रवासी भारतीयों के साथ जुड़ने के अवसर तलाशते हैं. उन्होंने अपनी पिछली यात्राओं के दौरान न्यूयॉर्क, सैन जोस और वाशिंगटन में तीन बड़ी सामुदायिक बैठकों में भाग लिया था. गुटेरेस द्वारा आहूत जलवायु शिखर सम्मेलन 23 सितंबर को होगा और उसके बाद अगले दिन एसेंबली की उच्चस्तरीय बैठक होगी. इस तरह मोदी का ह्यूस्टन दौरा या तो न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र के आयोजन से पहले होगा या आम बहस में उनके बोल लेने के बाद.

जलवायु के मुद्दे पर होने वाले शिखर सम्मेलन में मोदी की भूमिका एक स्टार के तौर पर हो सकती है. क्योंकि मोदी की जलवायु परिवर्तन पर उनके काम और भविष्य की योजनाओं के लिए गुटेरेस द्वारा बार-बार प्रशंसा की गई है. पिछले साल, गुटेरेस ने उन्हें संयुक्त राष्ट्र चैंपियंस ऑफ द अर्थ अवार्ड से सम्मानित भी किया था.

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संयुक्त राष्ट्र की बैठकों के दौरान, मोदी के पास कई नेताओं से मिलने का एक अवसर होगा. इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और मोदी के बीच महासभा की बैठक से इतर मुलाकात हो सकती है, क्योंकि यह तय नहीं है कि ट्रंप शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे या नहीं. मोदी का इस साल का यह दौरान प्रधानमंत्री के तौर पर अमेरिका का छठा दौरा होगा.