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Mann Ki Baat: योग के क्षेत्र में Prime Minister’s Awards की घोषणा मेरे लिए संतोष की बात थी- पीएम मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों को योग दिवस को इतने बड़े पैमाने पर मनाने के लिए आभार व्यक्त किया

Updated on: 30 Jun 2019, 11:58 AM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल में पहली बार आज यानी 30 जून को 'मन की बात की'. इस दौरान आपातकाल से लेकर जल संकट तक उन्होंने कई मुद्दों पर बात की जिसमें से योग भी एक विषय था. प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों को योग दिवस को इतने बड़े पैमाने पर मनाने के लिए आभार व्यक्त किया.  उन्होंने कहा, '21 जून को फिर से एक बार योग दिवस में उमंग के साथ, एक-एक परिवार के तीन-तीन चार-चार पीढ़ियों ने एक साथ आ करके योग दिवस मनाया.' उन्होंने कहा, 'शायद ही कोई जगह ऐसी होगी, जहां इंसान हो और योग के साथ जुड़ा हुआ न हो, इतना बड़ा, योग ने रूप ले लिया है'.

पीएम मोदी ने आगे कहा, 'योग के क्षेत्र में योगदान के लिए Prime Minister’s Awards की घोषणा, अपने आप में मेरे लिए एक बड़े संतोष की बात थी. यह पुरस्कार दुनिया भर के कई संगठनों को दिया गया है. बता दें, हर साल की तरह इस बार भी दुनियाभर में योग दिवस के मौके पर कार्यक्रम आयोजित किए गए थे. इस दौरान पीएम मोदी ने झारखंड़ की राजधानी रांची में 40 हजार लोगों के साथ योग किया था और लोगों को योग का महत्व समझाया था.

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पीएम मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कई और अहम मुद्दों पर भी बात की थई. जल संरक्षण पर बात करते हुए उन्होंने कहा, 'जल की महत्ता को सर्वोपरि रखते हुए देश में नया जल शक्ति मंत्रालय बनाया गया है. इससे पानी से संबंधित सभी विषयों पर तेज़ी से फैसले लिए जा सकेंगे'. उन्होंने कहा, मेरा अनुरोध है कि जैसे देशवासियों ने स्वच्छता को एक जन आंदोलन का रूप दे दिया आइए, वैसे ही जल संरक्षण के लिए एक जन आंदोलन की शुरुआत करें. वही आपातकाल के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, 'जब देश में आपातकाल लगाया गया तब उसका विरोध सिर्फ राजनीतिक दायरे तक सीमित नहीं रहा था, राजनेताओं तक सीमित नहीं रहा था, जेल के सलाखों तक, आन्दोलन सिमट नहीं गया था. जन-जन के दिल में एक आक्रोश था.

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आखिरी बार 24 फरवरी को की थी मन की बात

बता दें कि अंतिम बार प्रधानमंत्री मोदी ने 24 फरवरी को मन की बात की थी. उसके बाद चुनावों में व्‍यस्‍तता का हवाला देते हुए उन्‍होंने कहा था- अगले दो महीने हम सभी चुनाव की गहमागहमी में व्‍यस्‍त रहेंगे. मैं स्‍वयं चुनाव में प्रत्‍याशी रहूंगा. इसलिए अगली मन की बात मई महीने के अंतिम हफ्ते में होगी. हालांकि अब यह जून के अंतिम रविवार को हो रहा है.