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PM नरेंद्र मोदी ने तुर्की की यात्रा रद्द की, कश्मीर समेत इस मुद्दे पर दे रहा पाकिस्तान का साथ

भारत (India) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की प्रस्तावित तुर्की यात्रा (Turkey Visit) को रद्द कर दिया है.

Updated on: 19 Oct 2019, 10:00 PM

नई दिल्ली:

तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगान द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीर मुद्दा उठाने और तुर्की द्वारा फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) बैठक में खुलकर पाकिस्तान का साथ देने के बाद, भारत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रस्तावित तुर्की यात्रा को रद्द कर दिया है. मोदी एक बड़े निवेश सम्मेलन में भाग लेने के लिए 27-28 अक्टूबर को सऊदी अरब जा रहे हैं. उन्हें वहां से तुर्की जाना था, लेकिन अब वह वहां नहीं जाएंगे.

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तुर्की और भारत के रिश्तों में कभी बहुत गर्मी नहीं रही, लेकिन इस यात्रा के रद्द होने से साफ है कि दोनों देशों के रिश्तों में खटास पैदा हो गई है. पीएम नरेंद्र मोदी की अंकारा यात्रा पर सैद्धांतिक रूप से सहमति बनी थी और इसमें अन्य मुद्दों के अलावा व्यापार और रक्षा सहयोग पर बात होनी थी. विदेश मंत्रालय ने इस यात्रा पर कोई जानकारी नहीं दी है. मंत्रालय के एक सूत्र ने आईएएनएस से कहा, "यात्रा पर कोई फैसला नहीं हुआ था. इसलिए इसे रद्द किए जाने जैसी कोई बात ही नहीं है."

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बताया जा रहा है कि इस सप्ताह सीरिया में अंकारा के सैन्य अभियानों की भारत ने तीखी आलोचना की थी. सूत्रों ने बताया कि तुर्की के अनादोलू शिपयार्ड में नौसेना के जहाजों को बनाने के भारत सरकार के फैसले को भी रद्द किया जा सकता है. ये सब कुछ कश्मीर पर तुर्की के रुख पर नाखुशी जाहिर करने के लिए गए फैसले हैं.

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सूत्रों के मुताबिक, विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा इस तरह की कोई यात्रा पर चर्चा नहीं की गई. हालांकि भारत में तुर्की के राजदूत जाकिर उन जकान टोरुनलर ने मीडिया को बताया कि उनकी सरकार को मोदी की यात्रा की उम्मीद थी. उन्होंने कहा, यह सिर्फ एक उम्मीद नहीं है. हाल ही में इस पर चर्चा की गई है और अब हम अगले कुछ महीनों में पीएम मोदी के कार्यक्रम के अनुसार वैकल्पिक तारीख के प्रस्ताव का इंतजार करेंगे.

भारत सरकार को निर्णय लेना है, लेकिन निश्चित रूप से इस पर चर्चा की जा रही है और हमें तारीख़ का इंतजार है. आधिकारिक सूत्रों ने इस बात की भी पुष्टि की है कि इस साल के शुरू में तुर्की के अनादोलू शिपयार्ड को 2.3 बिलियन डॉलर का टेंडर हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड के लिए पांच 45,000 टन के बड़े जहाजों को बनाने के लिए दिया गया था. ये टेंडर भी रद्द करने की संभावना है.