रायसीना डायलॉग 2020 में शामिल हुए PM मोदी, बोले- राष्ट्र के महान मित्रों से मिलने का मौका मिला
PM मोदी बोले- वर्षों से, यह महत्वपूर्ण वैश्विक और रणनीतिक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक जीवंत मंच के रूप में उभरा है
नई दिल्ली:
दिल्ली में रायसीना डायलॉग 2020 का आयोजन किया गया. इस आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए. रायसीना डायलॉग में शामिल होने के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि दिल्ली में रायसीना संवाद 2020 में भाग लिया. वर्षों से, यह महत्वपूर्ण वैश्विक और रणनीतिक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक जीवंत मंच के रूप में उभरा है. मुझे उन नेताओं से मिलने का भी अवसर मिला जो हमारे राष्ट्र के महान मित्र हैं.
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Prime Minister Narendra Modi tweets, "Attended Raisina Dialogue 2020 in Delhi. Over the years, this has emerged as a vibrant forum for discussing important global and strategic issues. I also had the opportunity to meet leaders who are great friends of our nation." pic.twitter.com/w4RZFjHr9S
— ANI (@ANI) January 14, 2020
भू-राजनीतिक और भू आर्थिक मुद्दों पर भारत के महत्वपूर्ण वैश्विक सम्मेलन रायसीना डायलॉग की शुरुआत मंगलवार को हुई. जहां पर सात राष्ट्रों के राष्ट्र प्रमुख या शासनाध्यक्ष दुनिया के समक्ष मौजूद चुनौतियों पर अपने विचार प्रस्तुत किए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके उद्घाटन सत्र में शामिल हुए. इस दौरान दुनिया के समक्ष वैश्वीकरण से जुड़ी चुनौतियों, 2030 का एजेंडा, आधुनिक दुनिया में प्रौद्योगिकी की भूमिका, जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद का मुकाबला जैसे मुद्दों पर अपनी राय रखी. विदेश मंत्रालय ने बताया कि प्रतिष्ठित रायसीना डायलॉग के पांचवे संस्करण का आयोजन विदेश मंत्रालय और ऑर्ब्जवर रिसर्च फाउंडेशन संयुक्त रूप से कर रहे हैं.
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इसमें करीब 100 देशों के 700 अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि शामिल हुए. यह अपनी तरह के सबसे बड़े समागमों में से एक है. उन्होंने बताया कि तीन दिन के सम्मेलन में रूस, ईरान, ऑस्ट्रेलिया, मालदीव, दक्षिण अफ्रीका, एस्तोनिया, चेक गणराज्य, डेनमार्क, हंगरी, लातविया, उज्बेकिस्तान सहित 12 देशों के विदेश मंत्री और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि शामिल होंगे. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया कि 15 जनवरी को भारत का तरीका, विकास और प्रतियोगिता की सदी के लिए तैयारी विषय पर बोलने के लिए विदेश मंत्री एस. जयशंकर मंच पर होंगे.
उद्घाटन सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, डेनमार्क के पूर्व प्रधानमंत्री और नाटो के पूर्व महासचिव आंद्रेस रासमुसेन ने कहा कि वह लोकतांत्रिक देशों का एक ऐसा वैश्विक गठबंधन देखना चाहेंगे जो दमनकारी शासकों और सत्ता के खिलाफ खड़ा हो और इस तरह के गठबंधन में भारत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. उन्होंने कहा, ‘‘इसमें भारत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है... मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का प्रशंसक हूं और इस गठबंधन में भारत की भागीदारी महत्वपूर्ण होगी.’’ ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन रायसीना डायलॉग में उद्घाटन भाषण देने वाले थे, लेकिन अपने देश के विभिन्न हिस्सों में जंगलों में लगी आग के कारण उन्होंने चार दिवसीय दौरा टाल दिया और इसमें अपना वीडियो संदेश भेजा. मॉरिसन ने अपने संदेश में कहा कि भारत-प्रशांत क्षेत्र में भारत महत्वपूर्ण देश है और रहेगा.
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