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चीनी सैनिकों से तनातनी के बीच भारत ने अरुणाचल प्रदेश में उतारा C-17 ग्लोबमास्टर विमान

स्थानीय प्रशासन डेमचक एरिया में ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत नहर का निर्माण करा रहा था, जिसे चीनी सैनिकों ने रुकवा दिया।

Updated on: 04 Nov 2016, 09:25 AM

New Delhi:

जम्मू-कश्मीर के लेह जिले के डेमचक इलाके में भारतीय जवानों और चीनी सैनिकों की तनातनी के बीच भारतीय वायु सेना ने चीनी सीमा से महज 30 किलोमीटर दूर सबसे बड़े मालवाहक विमान C-17 ग्लोबमास्टर की लैंडिंग करा चीन को सख्त संदेश देने की कोशिश की है।

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के जवान एलएसी को पार करके भारत में घुसे। बुधवार को लेह जिले के डेमचक इलाके में मनरेगा के तहत नहर सिंचाई परियोजना पर हो रहे निर्माण कार्य को चीनी सैनिकों ने बंद करा दिया था।

हालांकि भारतीय सेना ने चीनी सैनिकों की इस घुसपैठ की खबर से इनकार किया है। स्थानीय प्रशासन डेमचक एरिया में ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत नहर का निर्माण करा रहा था, जिसे चीनी सैनिकों ने रुकवा दिया।

चीनी सेना के 55 जवान डेमचक सेक्टर में घुए आए। भारतीय सीमा में घुसने के बाद चीनी सैनिकों ने वहां मनरेगा के तहत चल रहे सड़क निर्माण के काम को बंद करा दिया। चीनी सैनिकों के भारतीय सीमा घुसने की खबर के साथ ही भारतीय सेना के जवान मौके पर पहुंचे और फिर दोनों के बीच स्थिति तनावपूर्ण हो गई। चीनी सेना पहले भी इस इलाके में अंदर तक आ चुकी है।

वायु सेना ने अरुणाचल प्रदेश के मेचुका में C-17 ग्लोबमास्टर विमान की लैंडिंग करा अपनी सामरिक स्थिति का प्रदर्शन किया है। सी-17 की लैंडिंग से इन इलाकों में सामानों को जल्द पहुंचाने के साथ किसी आपदा की स्थिति में राहत और बचाव के कार्य में तेजी आएगी।

चीन के साथ तनाव के बाद भारत, लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में ऐसे कई लैंडिंग ग्राउंड बनाने में जुटा हुआ है। वहीं चीन भी भारत की सीमा से सटे इलाकों में रणनीतिक रूप से अहम इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट को विकसित करने में लगा हुआ है।