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Parliament Winter Session: पार्टी लाइन से इतर अरुण जेटली को याद किया पक्ष-विपक्ष के नेताओं ने

सदन के दोनों ही सदनों में कार्यवाही शुरू होने से पहले दिवंगत बीजेपी नेता अरुण जेटली को श्रद्धांजलि दी गई.

Updated on: 18 Nov 2019, 01:32 PM

highlights

  • संसद के दोनों सदनों में याद किए गए पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली.
  • कांग्रेस, शिवसेना, टीएमसी समेत लोकसभा स्पीकर ने किया याद.
  • सभी ने जेटली संग निजी संबंधों का हवाला दे पढ़े कसीदे

New Delhi:

संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो गया. साल का आखिरी सत्र होने के कारण मोदी सरकार इसे अभूतपूर्व बनाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है. हालांकि विपक्ष भी कश्मीर में नेताओं की नजरबंदी समेत लोकहित से जुड़े अन्य मसलों पर सरकार को घेरने की कमर कस चुका है. हालांकि सदन के दोनों ही सदनों में कार्यवाही शुरू होने से पहले दिवंगत बीजेपी नेता अरुण जेटली को श्रद्धांजलि दी गई. राज्यसभा के सभापति ने सदन में जेटली के योगदान को याद करते हुए उन्हें विलक्षण प्रतिभा संपन्न शख्सियत बताया, तो लोकसभा में भी स्पीकर ओम बिरला ने भी कहा कि राष्ट्र के विकास के साथ संसदीय परंपराओं को गरिमा के साथ निर्वाह करने के लिए जेटली हमेशा याद किए जाएंगे.

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भावुक हुए वेकैंया नायडू
पूर्व वित्त मंत्री को याद करते हुए कुछ क्षण के लिए वेकैंया नायडू काफी भावुक नजर आए, लेकिन उन्होंने खुद को संभाल लिया. जेटली के योगदान को याद करते हुए नायडू ने कहा कि सदन में बतौर नेता विपक्ष और लीडर ऑफ द हाउस रहते हुए उन्होंने सदैव संसदीय मर्यादा का पालन किया. जेटली को उदार विचारों वाले लोकतंत्र समर्थक के तौर पर याद करते हुए उन्होंने कहा कि सदन राज्यसभा में 2000 से ही वह अपनी विद्वता और प्रतिभा के कारण विशिष्ट श्रेणी में शामिल रहे.

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विपक्ष ने भी साझा किए आत्मीय प्रसंग
सदन में कांग्रेस दल के नेता गुलाम नबी आजाद ने जेटली को कुशल संयोजकर्ता बताते हुए कहा, 'मैं उन्हें लंबे समय से जानता था और वह जीवन के हर क्षेत्र में अव्वल रहे. जेटली अच्छे छात्र थे, कुशल संयोजककर्ता और बड़े नेता थे. मैंने उनके रूप में अपना अच्छा मित्र खो दिया.' एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी जेटली को याद करते हुए कहा कि पार्टी लाइन से अलग उनकी हरदिल अजीज शख्सियत थी और सदन में हर दल में उनके कई दोस्त थे. शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि संघर्ष का दूसरा नाम अरुण जेटली थी और उनके हर संघर्ष में मैं उनके साथ रहा. हम आमतौर पर नके हर आदेश का पालन करते थे. हमने अरुण जेटली से सीखा कि संबंध क्या होते हैं और उन्हें कैसे निभाया जाता है. उनका जाना राष्ट्र के साथ-साथ शिवसेना के लिए भी एक बड़ा नुकसान है.