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कुलभूषण जाधव को बदनाम करने की पाकिस्तान की अब ये नई चाल

कुलभूषण जाधव मामले में अंतराष्ट्रीय अदालत में भी मुंह की खाने के बाद अब पाकिस्तान ने नई चाल चली है. पाकिस्तान मैं कुलभूषण जाधव पर एक फिल्म बनाई गई है जिसका नाम ढाई चाल रखा गया है.

Updated on: 14 Feb 2020, 02:03 PM

नई दिल्ली:

कुलभूषण जाधव मामले में अंतराष्ट्रीय अदालत में भी मुंह की खाने के बाद अब पाकिस्तान ने नई चाल चली है. पाकिस्तान मैं कुलभूषण जाधव पर एक फिल्म बनाई गई है जिसका नाम ढाई चाल रखा गया है. इस फ़िल्म में कुलभूषण जाधव को भारतीय जासूस दिखाकर पाकिस्तान के आवाम के सामने बदनाम करने कि साजिश पाकिस्तान ने रची है. पाकिस्तानी मीडिया में इस फिल्म को लेकर काफी चर्चा है लेकिन भारत में इसका विरोध शुरू हो चुका है. कुलभूषण जाधव के दोस्तों ने फिल्म का विरोध करते हुए भारत सरकार से इस पर प्रतिबंध लगाने का दबाव बनाने की अपील की है.

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कुलभूषण सुधीर जाधव को मार्च 2016 में पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी प्रांत बलूचिस्तान में गिरफ़्तार किया गया था और इस मामले ने दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा दिया था. इस मामले में पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने 2017 में जाधव को जासूसी के इलज़ाम में फ़ांसी की सज़ा सुनाई थी जिसके बाद भारत ने इसके ख़िलाफ़ अंतरराष्ट्रीय अदालत का दरवाज़ा खटखटाया था. पाकिस्तान शुरू से ही इस मामले में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के क्षेत्राधिकार पर सवाल उठाता आ रहा है. अदालत ने इस एतराज़ को रद्द कर दिया था. ये भारत के हक़ में आया पहला फ़ैसला था. अदालत ने अपने फ़ैसले में कहा, "1963 के वियना कन्वेंशन के अनुसार आईसीजे दो देशों के बीच विवादों का अनिवार्य निपटारा कर सकता है."