logo-image

पाकिस्‍तान जहां चाहे वहां कर लेंगे दो-दो हाथ, ICJ में जाने की खबरों पर बोले सैयद अकबरुद्दीन

जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्‍छेद 370 खत्म किए जाने के खिलाफ इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) में जाने की पाकिस्तान की घोषणा के बाद शीर्ष राजनयिक सैयद अकबरुद्दीन की दो टूक

नई दिल्‍ली:

जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्‍छेद 370 खत्म किए जाने के खिलाफ इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) में जाने की पाकिस्तान की घोषणा के बाद शीर्ष राजनयिक सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि भारत पाकिस्‍तान से उसकी मर्ज़ी के किसी भी मैदान में मुकाबला करने के लिए तैयार है. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने बताया, 'प्रत्येक देश को उसके पास उपलब्ध प्रत्येक रास्ता अपनाने का अख्तियार है. हमारी सोच भी अलग-अलग है. अगर वे हमसे अलग-अलग अखाड़ों में निपटना चाहते हैं, तो हम उसी अखाड़े में जवाब देंगे. यह उनकी पसंद का अखाड़ा है. उन्होंने एक बार कोशिश की, लेकिन वे नाकाम रहे."

बता दें पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने मंगलवार को कहा था कि पाकिस्तानी सरकार कश्मीर मुद्दे को आईसीजे ले जाएगी. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी का कहना है कि पाकिस्तान के पीएम इमरान खान (PM Imran Khan) कश्मीर मुद्दे को लेकर काफी गंभीर है. पाकिस्तान की सरकार ने इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय कोर्ट ले जाने का फैसला किया है. वहीं, पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दे को लेकर कई देशों से मदद की गुहार लगाई है, लेकिन अभी तक उसे किसी देश का साथ नहीं मिला है.

यह भी पढ़ेंः पाकिस्तानी पीएम इमरान खान अपनी ही चालों में फंसे, सेना कभी भी कर सकती है तख्तापलट

वहीं, सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बातचीत की. पीएम नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच करीब 30 मिनट तक बातचीत हुई.पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ अपनी बातचीत में कहा, क्षेत्र में कुछ नेताओं द्वारा भारत के विरूद्ध हिंसा के लिए भड़काना और बयानबाजी करना शांति के अनुकूल नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि एंटी इंडिया ऐक्टिविटी से इलाके में शांति को खतरा है. भारत ऐसी गतिविधियां बर्दाश्त नहीं करेगा.'

यह भी पढ़ेंः Video : देखें इस शख्‍स के पास गिरी बिजली और छूट गया छाता, लेकिन..

गौरतलब है कि पिछले दिनों कुलभूषण जाधव मामले में पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद दोबारा पाकिस्तान की सरकार ने आईसीजे रुख करने का फैसला लिया है. इस बार उसे मुंह की खानी पड़ सकती है.