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पाकिस्तान: ननकाना साहिब पर हुए हमले का मुख्य आरोपी गिरफ्तार

पाकिस्तान स्थित सिख समुदाय के पवित्रतम स्थानों में से एक ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर उपद्रव के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. उस पर अन्य धाराओं के साथ-साथ आतंकवाद रोधी कानून की धाराएं भी लगाई गई हैं.

Updated on: 06 Jan 2020, 07:24 PM

नई दिल्ली:

पाकिस्तान स्थित सिख समुदाय के पवित्रतम स्थानों में से एक ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर उपद्रव के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. उस पर अन्य धाराओं के साथ-साथ आतंकवाद रोधी कानून की धाराएं भी लगाई गई हैं. पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. इसमें बताया गया है कि पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री के डिजिटल मीडिया प्रमुख अजहर मशवानी ने ट्विटर पर एक पोस्ट कर यह जानकारी दी.

उन्होंने बताया कि ननकाना साहिब घटना के मुख्य आरोपी इमरान के खिलाफ कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने प्राथमिकी दर्ज कर उसे रविवार को गिरफ्तार कर लिया। ननकाना पुलिस स्टेशन में दर्ज प्राथमिकी में उस पर आतंकवाद रोधी कानून की धाराएं भी लगाई गई हैं.\

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इस बीच, जियो न्यूज ने सूत्रों के हवाले से बताया कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने सोमवार को गृह मंत्रालय और पंजाब प्रांत के संबद्ध अधिकारियों को ननकाना साहिब के गुरुद्वारे के बाहर हुए हंगामे पर रिपोर्ट मांगी.

इमरान ने कहा, 'ननकाना साहिब जैसी घटनाओं को किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता। सरकार हर कीमत पर अल्पसंख्यकों की सुरक्षा करेगी. इस घटना में जो लोग भी शामिल हैं, वे किसी भी तरह की रियायत के हरदार नहीं हैं.'

इससे पहले भी प्रधानमंत्री इमरान खान ने घटना की निंदा करते हुए कहा था कि इस तरह की घटना उनके विजन के खिलाफ है.

बीते शुक्रवार को हुई इस वारदात के वीडियो में साफ दिखा कि आरोपी इमरान, सिख समुदाय के खिलाफ भीड़ का नेतृत्व करते हुए अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहा है और समुदाय को धमका रहा है. इमरान के परिवार पर एक सिख लड़की को अगवा कर, उसका जबरन धर्मपरिवर्तन कर परिवार के सदस्य से शादी कराने का आरोप है. माना जा रहा है कि इस मामले में परिवार की फजीहत के बाद इन सबने इस हंगामे को अंजाम दिया.

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पाकिस्तान ने इस घटना पर पर्दा डालने की कोशिश में यहां तक कहा कि घटना मुसलमानों के ही दो गुटों के बीच हुई. लेकिन, फिर प्रधानमंत्री और गृह मंत्री समेत तमाम लोगों ने इस घटना की निंदा भी की जिससे खुद ही साफ हुआ कि इसमें सिख समुदाय को निशाना बनाने की कोशिश की गई थी.