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एयरस्ट्राइक के बाद भी नहीं सुधरा पाकिस्तान, डेढ़ महीने में इतनी बार तोड़ा सीजफायर

जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना को भारतीय सेना की तुलना में पांच से छह गुना ज्यादा नुकसान हुआ

Updated on: 15 Apr 2019, 06:37 AM

जम्मू:

बालाकोट में भारतीय वायुसेना की एयरस्ट्राइक (Air Strike) के बाद पाकिस्तान बुरी तरह से बौखलाया हुआ है. इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है पिछले डेढ़ महीने में पाकिस्तान (Pakistan) ने सीमापार से 500 से ज्यादा बार फायरिंग की है. इतना ही नहीं पाकिस्तान ने 100 से ज्यादा बार भारी हथियारों का इस्तेमाल किया, फिर भी उसे मुंह की खानी पड़ी है. जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना को भारतीय सेना की तुलना में पांच से छह गुना ज्यादा नुकसान हुआ. शनिवार को भारतीय सेना ने इस बात की जानकारी दी.

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भारतीय सेना (Indian Army) ने शनिवार को कहा कि बालाकोट हवाई हमले के बाद पाकिस्तान बीते डेढ़ महीने में जम्मू-कश्मीर से लगी नियंत्रण रेखा पर करीब 513 बार सीजफायर का उल्लंघन कर चुका है. व्हाइट नाइट कोर के जनरल कमांडिंग ऑफिसर लेफ्टिनेंट जनरल परमजीत सिंह ने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने संघर्ष विराम उल्लंघन के दौरान 100 से ज्यादा बार मोर्टार और तोपों जैसे भारी हथियारों का इस्तेमाल किया और रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया, लेकिन भारतीय सेना ने उसका मुंहतोड़ जवाब दिया.

लेफ्टिनेंट जनरल परमजीत सिंह ने बताया कि शुक्रवार को पाकिस्तान (Pakistan) की ओर से हुई फायरिंग में 2 लड़कियों समेत चार जवान जख्मी हुए हैं. उन्होंने कहा कि 26 फरवरी के बाद पाकिस्तान की ओर से हुई फायरिंग में चार सुरक्षाकर्मी शहीद हुए हैं, जबकि 6 नागरिकों की मौत हुई है. फायरिंग में 45 लोग जख्मी भी हुए हैं. परमजीत सिंह ने कहा कि पाकिस्तान मरने वालों की संख्या की जानकारी नहीं देता, लेकिन सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान को भारत की अपेक्षा 5-6 गुना ज्यादा नुकसान हुआ.

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सीमा पार से स्नाइपर के इस्तेमाल पर लेफ्टिनेंट जनरल परमजीत ने कहा कि बालाकोट स्ट्राइक के बाद इस तरीके के हमलों में कमी आई है. लेफ्टिनेंट जनरल ने बताया कि इस साल के आंकड़े के मुताबिक, पाकिस्तानी सेना द्वारा जनवरी से 26 फरवरी तक तीन बार स्नाइपरों का इस्तेमाल किया गया, हालांकि, 27 फरवरी से अब तक कोई भी ऐसी घटना नहीं हुई है. इसका मतलब है कि हमने जो कदम उठाया था, वह सफल हुआ.

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