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पाकिस्तान ने छोड़ा 'वाटर बम', पंजाब के कई हिस्से में बाढ़ का खतरा बढ़ा

पाकिस्तान ने भारत में 'वाटर बम' छोड़ा है, जिससे पंजाब के कई हिस्से में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है.

Updated on: 25 Aug 2019, 05:53 PM

नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल-370 हटने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेश में विभाजित करने से पाकिस्तान बौखला गया है. पाकिस्तान ने भारत में 'वाटर बम' छोड़ा है, जिससे पंजाब के कई हिस्से में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. पाकिस्तान ने अपने यहां से पानी छोड़ा है, जिससे अचानक सतलुज नदी का जलस्तर बढ़ने लगा है. इससे फिरोजपुर जिले के कई गांव बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं.

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फिरोजपुर के अफसरों ने कहा, फिरोजपुर जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है, इसलिए एहतियात के तौर पर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और सेना की टीम तैनात की गई है. पंजाब सरकार के प्रवक्ता ने कहा, पाकिस्तान ने बड़ी मात्रा में पानी छोड़ा है, जिससे तेंदिवाला गांव में तट को नुकसान हुआ है और कुछ गांवों में बाढ़ का खतरा है. उन्होंने कहा, जिला प्रशासन ने सतलुज नदी के किनारे अत्यधिक संवेदनशील गांवों से एहतियात के तौर पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की घोषणा की है. इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग, खाद्य एवं आपूर्ति तथा अनय विभागों की विभिन्न टीमों को भी तैयार रखा गया है.

बता दें कि कुछ दिन पहले भी पाकिस्तान द्वारा पानी छोड़े जाने पर फिरोजपुर जिले के 17 गांवों में बाढ़ आ गई थी. मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने रविवार को राहत अभियान के निरीक्षण में लगे सभी मंत्रियों एवं उपायुक्तों को सतर्कता बढ़ाने का निर्देश दिया था.

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बता दें कि मौसम विभाग ने 25 अगस्त को राज्य में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान जताया है. इसके अलावा ही कई दशकों में पहली बार भीषण बाढ़ का प्रकोप झेल रहे क्षेत्रों में भी फिर बारिश की संभावना जताई गई है. मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बाढ़ राहत उपायों पर रविवार को विस्तृत समीक्षा बैठक भी बुलाई है.

सीएम ने चार मंत्रियों चरणजीत सिंह चन्नी, सुंदर सिंह अरोड़ा, गुरप्रीत सिंह कांगर और भरत भूषण आशु को बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित जालंधर, कपूरथला और रूपनगर जिलों में राहत अभियानों के निरीक्षण में लगा रखा है. पंजाब 1988 के बाद से पहली बार ऐसी स्थिति से गुजर रहा है.