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इमरान की गीदड़भभकी, पहले कश्मीर में अनुच्छेद 370 करे बहाल, फिर बात करने आए भारत

डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने यह बयान बुधवार को पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर इंटीग्रेटेड ट्रांसिट ट्रेड मैनेजमेंट सिस्टम का उद्घाटन करने के बाद मीडिया को दिया

Updated on: 19 Sep 2019, 11:14 AM

नई दिल्ली:

कश्मीर के मुद्दे पर कई बड़े देशों से लताड़ खा चुका पाकिस्तान सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. पाकिस्तान लगातार भारत की छवि बिगाड़ने के लिए अंतरराष्ट्रीय मंचो पर झूठे दावे कर रहा है लेकिन हर बार उसे मुंह की खानी पड़ रही है. हालांकि फिर भी वो अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा. इसी कड़ी में संयुक्त राष्ट्र महासभा में 'कश्मीर मामले' को उठाने की प्रतिज्ञा लेते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति को बहाल करने तक भारत से बात करने का कोई फायदा नहीं है. डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने यह बयान बुधवार को पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर इंटीग्रेटेड ट्रांसिट ट्रेड मैनेजमेंट सिस्टम का उद्घाटन करने के बाद मीडिया को दिया.

इमरान खान ने कहा कि  'जब तक वे (नई दिल्ली सरकार) कश्मीर से कर्फ्यू नहीं हटा लेते और अनुच्छेद 370 दोबारा लागू नहीं कर देते, तब तक उनके (भारत) साथ बातचीत करने की कोई संभावना नहीं है.' उन्होंने कश्मीर जाकर लड़ने की इच्छा जताने वाले पाकिस्तानियों को भी चेतावनी दी.

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खान ने कहा, 'पाकिस्तान का कोई भी व्यक्ति अगर कश्मीर जाकर लड़ना चाहता है या कश्मीर में जिहाद के लिए जाना चाहता है, तो वह कश्मीरियों के साथ सबसे बड़ा अन्याय करेगा. इस तरह का कारनामा कश्मीरियों के प्रति दुश्मनी निभाने जैसा होगा.'

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बता दें, एक तरफ जहां पाकिस्तान ऐसे बयान दे रहा है तो वहीं दुसरी तरफ अलग-अलद देशों से जाकर कश्मीर मामले पर मध्यस्थता की अपील कर रहा है. इस बीच संयुक्त राष्ट्र ने भी पाकिस्तान को करारा झटका देते हुए साफ-साफ कह दिया है कि कश्मीर का मुद्दा भारत-पाकिस्तान का द्विपक्षीय मामला है और संयुक्त राष्ट्र इसमें मध्यस्थता नहीं करेगा. संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि किसी तीसरे के दखल देने से अच्छा है कि दोनों देश आपस में बातचीत के जरिए ही इस समस्या का समाधान निकालें.

(Ians से इनपुट)