logo-image

सिख श्रद्धालुओं के लिए खुशशबरीः करतारपुर कॉरिडोर परियोजना को लेकर पाक सरकार ने भारत को यह दिया आश्वासन

करतारपुर कॉरिडोर परियोजना को लेकर पाकिस्तान सरकार ने भारत सरकार को यह आश्वासन दिया है.

Updated on: 29 Jul 2019, 06:06 AM

नई दिल्ली:

करतारपुर कॉरिडोर परियोजना पूरा होने के अंतिम चरण में प्रवेश कर चुकी है. पाकिस्तान सरकार ने भारत सरकार को यह आश्वासन दिया था कि इस साल बाबा गुरु नानक देव के 550वें प्रकाशोत्सव से पूर्व नवंबर तक निर्माण और नवीनीकरण का काम पूरा कर लिया जाएगा. पाकिस्तान सरकार ने कहा था कि करतारपुर कॉरिडोर का निर्माण कार्य पूरा होने के साथ ही नारोवाल जिले में गुरुद्वारा दरबार साहिब के आसपास एक नया शहर उभरेगा.

यह भी पढ़ेंः शक्ति परीक्षण से पहले बड़े गर्व से बोले BS येदियुरप्पा, 100 प्रतिशत साबित करूंगा बहुमत 

दर्शन प्वाइंट जीरो टर्मिनल पर कार्य प्रगति पर है, जिसे तेजी के साथ पूरा किया जा रहा है. इसके अलावा, कॉरिडोर परियोजना के कारपेटिंग का काम शुरू किया गया है. गुरुद्वारे से जीरो लाइन तक की सड़कों का निर्माण कार्य प्रगति पर है और बाकी कार्य तेजी से पूरा किया गया है। रावी नदी के पुल का कार्य पूरा कर लिया गया है. गुरुद्वारा साहब कॉम्प्लेक्स में तीर्थयात्रियों के आवासीय भवन और लंगरखाना का कार्य 70 प्रतिशत पूरा किया जा चुका है.

निर्माण और नवीनीकरण का काम बाबा गुरु नानक देव के 550वें प्रकाशोत्सव से पूर्व नवंबर तक पूरा कर लिया जाएगा. अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तान तीर्थ यात्रियों के लिए छह आवासीय ब्लॉक की स्थापना करेगा, जहां 700 तीर्थयात्रियों के रूकने की व्यवस्था की जा सकेगी. इसके अलावा यहां 100 इमिग्रेशन काउंटरों का निर्माण किया गया है. करतारपुर कॉरिडोर के माध्यम से भारतीय सिख तीर्थयात्री करतारपुर साहिब में स्थित गुरुद्वारा तक की यात्रा बिना वीजा के कर सकेंगे.

यह भी पढ़ेंः पूर्व PM HD देवगौड़ा ने कर्नाटक में JDS-कांग्रेस गठबंधन पर ये दिया संकेत, कही ये बड़ी बात 

भारत-पाकिस्तान की सीमा से चार किलोमीटर दूर, पाकिस्तान के नरोवाल में स्थित करतारपुर साहिब एक छोटा सा शहर है. यहां सिख धर्म के संस्थापक बाबा गुरु नानक ने अपने जीवन के अंतिम 18 वर्ष बिताए थे. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने 28 नवंबर, 2018 को पाकिस्तान के गुरुद्वारा दरबार साहिब को भारत के गुरदासपुर जिले से जोड़ने के लिए करतारपुर कॉरिडोर की आधारशिला रखी थी.