Pulwama Attack : भारत की कूटनीति के आगे झुका पाकिस्तान, आतंकी हाफिज सईद के दो संगठनों पर लगाया बैन
पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ भारत की कूटनीतिक कार्रवाई बेहद कारगर साबित हो रही है
नई दिल्ली:
पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ भारत की कूटनीतिक कार्रवाई बेहद कारगर साबित हो रही है. वैश्विक दबाव और कई देशों के आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई की मांग के आगे पाकिस्तान को झुकना पड़ा. पाकिस्तान सरकार ने दबाव में आकर आतंकी संगठन आकर जमात-उत-दावा के सरगना हाफिज सईद के दो संगठनों पर बैन लगा दिया है. हाफिद सईद के जमात-उद-दावा (जेयूडी) और दान देने वाली इकाई फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन पर यह प्रतिबंध लगाया गया है. सईद ने अपने संगठन लश्कर-ए-तैयबा पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद इन संगठनों को शुरू किया था. पाकिस्तान सरकार के गृह मंत्रालय ने इन संगठनों पर बैन के लिए लिए आदेश भी जारी कर दिए हैं. दोनों संगठनों पर पिछले साल फरवरी में भी रोक लगाया गया था, लेकिन रोक की अवधि खत्म हो गई थी. इसके बाद एक बार फिर इन्हें प्रतिबंधित कर दिया गया है. पुलवामा हमले सीआरपीएफ के 40 जवान मारे गए थे और इसकी जिम्मेदारी पाकिस्तान आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी जिसका सरगना मसूद अजहर ने ली थी.
26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र ने हाफिज सईद को आतंकी घोषित कर दिया था, बता दें कि इस हमले में 166 लोगों की मौत हुई थी और कई लोग घायल हुए थे.गौरतलब है की हाफिज सईद को पाकिस्तानी आर्मी और सरकार भारत के खिलाफ प्रॉक्सी वार की रणनीति अपनाते हुए हाफिज सईद को पाकिस्तान के कई शहरों और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में भारत के खिलाफ इस्तेमाल कर रही है. इसके लिए हाफिज सईद का संगठन और उसकी चैरिटी संस्था भारत के खिलाफ घृणा फैलाने के लिए बच्चों का इस्तेमाल कर रहा है.
पाकिस्तान में आतंकी संगठन भारत के खिलाफ जिहाद फैलाने के लिए अब बच्चों को मानव ढाल बना रहे हैं. इस्लामाबाद में आयोजित एक जुलूस के दौरान जेयूडी नेता सदाकत ने अपने छोटे से नाबालिग बेटे को हाथ में बंदूक देकर भारत के खिलाफ जहर घोलने की कोशिश की है. तस्वीर में बच्चे की उम्र 10-12 साल के आस पास लग रही है.
प्रदर्शनकारी एक बैनर लेकर प्रदर्शन कर रहे थे जिस पर लिखा था कि कश्मीर पाकिस्तान का अभिन्न हिस्सा है और कश्मीर को आजाद कराने के लिए समर्थन जारी रहेगा. बता दें कि जेयूडी दक्षिण एशिया में सबसे बड़े और इस्लामिक आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का चैरिटी विंग है.
यह संगठन भारत और अमेरिका के खिलाफ जिहाद फैलाने के लिए पाकिस्तान और कश्मीर के विभिन्न हिस्सों से बच्चों को संगठनों में जोड़ने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं.
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