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भारत में करीब 31 लाख बच्चे नहीं पूरा कर पाते हैं वैक्सीन का चक्र, जानें वजह

भारत में 31.2 लाख बच्चों का वैक्सीन पूरा नहीं होता है. यहां हर साल 260 लाख बच्चे पैदा होते हैं. जिसमें 31.2 लाख बच्चों को वैक्सीन सर्किल पूरा नहीं होता है.

Updated on: 22 Oct 2019, 10:37 PM

नई दिल्ली:

भारत में 31.2 लाख बच्चों का वैक्सीन पूरा नहीं होता है. यहां हर साल 260 लाख बच्चे पैदा होते हैं. जिसमें 31.2 लाख बच्चों को वैक्सीन सर्किल पूरा नहीं होता है. स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार इतने बच्चों का टीकाकरण पूरा नहीं हो पाता है. जिसकी वजह से बीमारियों का डर बना रहता है. बच्चे के जन्म के बाद पांच और कुल 7 वैक्सीन पांच साल तक लगाना होता है. वैक्सीन से बच्चे बीमारियों से दूर होते हैं. उनकी शारीरिक क्षमता मजबूत होती है.

वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, भारत 100 प्रतिशत टीकाकरण कवरेज हासिल नहीं कर पाया है. हमारी वर्तमान प्रतिरक्षा 87 प्रतिशत पहुंच गई है. इसकी पहुंच को बनाए रखना एक बड़ा चैलेंज है. 31.2 लाख बच्चे वैक्सीन सर्किल यानी 7 वैक्सीन चक्र पूरा नहीं कर पता है. अधिकारी के मुताबिक ये बच्चे उस बीमारी से आंशिक रूप से सुरक्षित रहते हैं, जिसके लिए उन्होंने वैक्सीन नहीं ली है. मतलब उस बीमारी की ग्रस्त में वो कभी भी आ सकते हैं.

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इसके पीछे कई कारण है. पहला, बच्चों को माएं ये सोचकर वैक्सीन लगवाने नहीं लाती है कि बच्चा रोएगा और उसे दर्द और बुखार होगा. बच्चे चिड़चिडे हो जाएंगे. दूसरा परिवार बच्चे के जन्म के बाद पलायन कर जाते हैं. तीसरा माताएं बच्चों को टीका लगवाने से इंकार कर देती हैं. ऐसे पैरेंट्स बच्चों को लगने वाले टीकाकरण के लाभ को नहीं जानते हैं. जिसकी वजह से ऐसे कदम उठाते हैं.

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टीकाकरण का फायदा सभी बच्चों को हो इसे लेकर स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन 31 अक्टूबर को पल्स पोलियो का सिल्वर जुबली बनाते हुए इंद्रधुनुष 2.0 शुरू करने जा रहे हैं. इसके तहत सभी बच्चे अपने टीकाकरण का चक्र पूरा करे ये सुनिश्चित किया जाएगा.