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नुसरत जहां के बचाव में सामने आई VHP, कहा- भारत में जो मुसलमान हैं उनके पूर्वज हिन्दू ही थे

बंगाली अभिनेत्री से तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद बनीं नुसरत जहां (Nusrat Jahan) एक बार फिर सुर्खियों में हैं.

Updated on: 08 Oct 2019, 10:10 AM

नई दिल्ली:

बंगाली अभिनेत्री से तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद बनीं नुसरत जहां (Nusrat Jahan) एक बार फिर सुर्खियों में हैं. दुर्गा पूजा के अवसर पर कोलकाता के पंडाल में नुसरत जहां के शामिल होने पर लगातार बयानबाजी हो रही है. पहले देवबंद उलेमा ने इसे गैर मजहबी बताया तो अब विश्व हिंदू परिषद का बयान भी सामने आया है. वीएचपी (VHP) का कहना है कि भारत के मुसलमानों के पूर्वज हिन्दू ही थे.

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वीएचपी के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि ये जो गंगा-जमुना तहजीब की बात करते हैं और हमें सहिष्णुता का पाठ पढ़ाते हैं, वह पता चलता है. उन्होंने कहा कि आज सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के कई मुस्लिम देशों में रामलीला होती है. उन्होंने आगे कहा, हम मानकर चलते हैं कि भारत में जो भी मुसलमान हैं उनके पूर्वज हिंदू ही थे. अगर कोई मुसलमान दुर्गा पंडाल में जाकर नचाता हैं तो इसमें कुछ गलत नहीं है. वहीं अगर कोई हिंदू रमजान के महीने में इफ्तार देता है तो इसका ये मतलब नहीं है कि उसने अपना धर्म परिवर्तन कर लिया है.

बता दें कि दुर्गाष्टमी के अवसर पर रविवार को नुसरत जहां माथे पर बिंदी और मांग में सिंदूर लगाकर अपने पति निखिल जैन के साथ कोलकाता के पंडाल में पहुंची थीं. इस दौरान वह ढोल पर जमकर थिरकी थीं. इस पर देवबंदी उलेमा ने नाराजगी जाहिर की है. नाराज देवबंदी उलेमा ने नसीहत दी है कि वह क्यों गैर मजहबी वाले काम कर रही हैं, क्योंकि इस्लाम में अल्लाह के सिवा किसी और की इबादत करना हराम है.

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उलेमा ने आगे कहा, अगर नुसरत जहां को गैर मजहबी काम करने हैं तो क्यों ना नुसरत जहां अपना नाम बदल ले. नुसरत जहां इस तरह के काम करके इस्लाम व मुसलमानों की क्यों तोहीन कर रही हैं. बता दें कि देवबंदी उलेमा ने कहा कि नुसरत जहां का यह अमल पहली बार सामने नहीं आया है, वह इससे पहले भी पूजा करती चली आ रही हैं. इसी अमल को दोहराते हुए उन्होंने इस बार भी नवदुर्गा की पूजा की है तो मैं समझता हूं कि इस तरह का अमल इस्लाम के अंदर बिल्कुल जायज नहीं है.