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पाकिस्तान है आतंकवाद का जनक, आतंकी विचारधारा खत्म करने को डोभाल ने दिखाया रास्ता

इस वक्त 'आतंकवाद का मसीहा' पाकिस्तान फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीए) के जबर्दस्त दबाव में है. इसका फायदा उठाते हुए आतंकवाद को पोषित-पल्लवित करने वाले आर्थिक स्रोतों की कमर तोड़ी जा सकती है.

Updated on: 14 Oct 2019, 01:07 PM

highlights

  • आतंकवाद को पोषित-पल्लवित करने वाले आर्थिक स्रोतों की कमर तोड़ने का समय.
  • स्टेट स्पॉन्सर आतंकवाद के जरिए दुश्मनों की नुकसान पहुंचाने की कोशिश.
  • 'आतंकवाद का मसीहा' पाकिस्तान एफएटीए के जबर्दस्त दबाव में.

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने आतंकवाद को पाकिस्तान की राष्ट्रीय नीति बताते हुए उससे निपटने के लिए समग्र प्रयासों की जरूरत पर बल दिया. आतंकवाद की विचारधारा को खत्म करने का सही समय बताते हुए उन्होंने कहा कि इस वक्त 'आतंकवाद का मसीहा' पाकिस्तान फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीए) के जबर्दस्त दबाव में है. इसका फायदा उठाते हुए आतंकवाद को पोषित-पल्लवित करने वाले आर्थिक स्रोतों की कमर तोड़ी जा सकती है. इसके साथ ही उन्होंने दो टूक कहा कि पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ प्रायोजित आतंकवाद को अपनी राष्ट्रीय नीति बना रखा है, जिसका जवाब हर संभव स्तर पर दिया जा रहा है.

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टेरर फंडिंग रोकने पर जोर
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की एटीएस, स्पेशल टास्क फोर्स की राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में डोभाल ने कहा कि हमें पता है कि आतंकवाद को मदद बाहर से मिलती है. यह कोई नया नहीं है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद पर जांच और समय रहते उसकी जानकारी के लिए सभी सुरक्षा एजेंसियों का आपस में बेहतर समन्वय होना जरूरी है. आज कोई देश युद्ध नहीं चाहता क्योंकि वे परिणाम को लेकर आश्वस्त नहीं रहते हैं. ऐसे में स्टेट स्पॉन्सर आतंकवाद के जरिए दुश्मनों की नुकसान पहुंचाने की कोशिश होती है. सबको पता है पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन करता है. ऐसे में टेरर फंडिंग को रोकने की जरूरत है.

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पाक ने आतंकवाद को बनाया अपनी नीति
पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए अजित डोभाल ने कहा कि भारत में जो आतंकवाद फैलाया जा रहा है वो स्टेट स्पॉन्सर है, जिसमें सत्ता ही आतंकियों को बचाने का काम करती है. पाकिस्तान ने आतंकवाद को अपने सिस्टम का हिस्सा बना लिया. पाकिस्तान में हर आतंकी केस को भी सामान्य केस की तरह देखा जाता है. पाकिस्तान सोचता है कि अपने इरादों को पूरा करने के लिए आतंकवाद एक सस्ता रास्ता है, जो सामने वाले को अधिक नुकसान पहुंचाता है.

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पाकिस्तान पर एफएटीए का भारी दबाव
उन्होंने कहा कि आज पाकिस्तान जिस दबाव का सामना कर रहा है, वह वास्तव में फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स का है. एफएटीए ने पाकिस्तान पर इस कदर दवाब बना रखा है जो किसी और कार्रवाई से कतई संभव नहीं था. इससे दिखावे के लिए ही सही पाकिस्तान को कुछ कदम उठाने के लिए बाध्य होना पड़ा है. डोभाल ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सभी के साथ मिलकर काम करना होगा. उन्होंने कहा कि लश्कर, हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों की जानकारी देना केवल एक एजेंसी के जिम्मे नहीं हो सकती है.