मुस्लिम समुदाय में बढ़ा NPR का खौफ, मुसलमान बैंक से निकाल रहे अपना सारा पैसा
एक तरफ जहां नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और भारतीय राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) को लेकर राजधानी दिल्ली में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं. तो वहीं दूसरी तमिलाडू में प्रस्तावित नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर (NPR) के डर से मुस्लिम समुदाय अपने बचत के सभी पैसे बैंक
नई दिल्ली:
एक तरफ जहां नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और भारतीय राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) को लेकर राजधानी दिल्ली में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं. तो वहीं दूसरी तमिलाडू में प्रस्तावित नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर (NPR) के डर से मुस्लिम समुदाय अपने बचत के सभी पैसे बैंक अकाउंट से निकाल रहे हैं. बताया जा रहा है करीब 100 से ज्यादा लोगों ने कुछ दिवनों में अपने बैंक की सेविंग्स से अधिकांश हिंस्सा निकाल लिया हैं.
ये भी पढ़ें: हिंसा की आग में झुलसी राजधानी दिल्ली, अब तक 6 लोगों की मौत, स्कूल और 5 मेट्रो स्टेशन बंद | LIVE UPDATES
पूरा मामला तमिलनाडु के नागपट्टनम जिले का है. इसी साल जनवरी में, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (Central Bank of India) ने तमिल अखबारों में एक नोटिफिकेशन दिया था, जिससे तमिलनाडु के थुथुकुडी जिले के कयालपट्टिनम में स्थानीय लोगों में डर घर कर गया था. इस विज्ञापन में खाताधारकों से अपने KYC डॉक्यूमेंट जल्द से जल्द जमा करने की अपील की गई थी और जिन कागजातों को NPR की प्रक्रिया में साक्ष्य के रूप में स्वीकार किया जा रहा था, उसमें NPR का जिक्र भी किया गया था.
नोटिफिकेशन के कुछ ही समय बाद गांव वालों ने जिनमें से ज्यादातर मुस्लिम थे, बैंक से अपने पैसे निकालने शुरू कर दिए थे. गांव वालों ने कहा था कि उन्हें लगता है कि यह किसी न किसी तरह से विवादास्पद नागरिकता संशोधन विधेयक से जुड़ा हुआ है.
वहीं यहां के जमात के मुखिया ने इसे लेकर कहा कि गांव वाले संसद के दोनों सदनों में एनआरसी (NRC) के पास होने के समय से ही डर में जी रहे हैं और उन्हें अपनी मेहनत की कमाई को खोने का डर सता रहा था.
उन्होंने आगे कहा, 'हमने सुना था कि बैंक KYC लिस्ट में NPR के कागजातों को भी शामिल करने वाले हैं. हम भविष्य में अपनी सेविंग्स को खोना नहीं चाहते हैं. हमें यह साफ नहीं है कि हमारी नागरिकता साबित करने के लिए कौन से कागजात लगेंगे. इसलिए हमने जो पैसे सालों में बचाकर जमा किए थे उन्हें निकालने का फैसला लिया है.'
ये भी पढ़ें: गंगा-जमुनी तहजीब आखिर है क्या और क्या हैं इसके मायने
मुखिया ने ये भी कहा कि कई सारे गांव वालों को लगता है कि वे जल्द ही मुसीबत में पड़ जाएंगे क्योंकि नागरिकता साबित करने के लिए मांगे जाने वाले सारे कागजात उनके पास नहीं होंगे.
वहीं इंडियन ओवरसीज बैंक के अधिकारी लोगों से निवेदन कर रहे हैं कि वो अपना पैसा बैंक से न निकालें उनका पैसा सुरक्षित है. इसी मामले में बैंक के मैनेजर और कर्मचारियों ने शुक्रवार को एक स्कूल परिसर में स्थानीय जमात के प्रतिनिधियों से बातचीत की है और उन्हें आश्वासन दिया है कि NPR की प्रक्रिया के दौरान डॉक्यूमेंट्स देना अनिवार्य नहीं है और उनकी सेविंग्स बैंक में सुरक्षित हैं.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Chanakya Niti: चाणक्य नीति क्या है, ग्रंथ में लिखी ये बातें गांठ बांध लें, कभी नहीं होंगे परेशान
-
Budhwar Ganesh Puja: नौकरी में आ रही है परेशानी, तो बुधवार के दिन इस तरह करें गणेश जी की पूजा
-
Sapne Mein Golgappe Khana: क्या आप सपने में खा रहे थे गोलगप्पे, इसका मतलब जानकर हो जाएंगे हैरान
-
Budhwar Ke Upay: बुधवार के दिन जरूर करें लाल किताब के ये टोटके, हर बाधा होगी दूर